रायगढ़ रोपवे में अब एक चौथी ट्रॉली जुड़ने जा रही है, जिससे रायगढ़ किले तक महज चार मिनट में पहुंचा जा सकेगा। ऐसे में अब किले से एक साथ 48 यात्री ऊपर-नीचे आ-जा सकेंगे। इस कार्य से शिव प्रेमियों के साथ-साथ पर्यटकों में भी संतुष्टि व्यक्त की जा रही है। (Fourth trolley added to Raigad ropeway)
रायगढ़ किले तक जाने के लिए 1,400 सीढ़ियाँ और थका देने वाला रास्ता है और कई लोगों को इस सड़क से चलना और किले पर चढ़ना मुश्किल लगता है। इसलिए रायगढ़ तक पहुंचने के लिए 1995-96 में रोपवे सुविधा शुरू की गई।शुरुआत में वे चार ट्रॉलियों में आते-जाते थे, दो ट्रॉलियां किले तक जाने के लिए और दो ट्रॉलियां किले से उतरने के लिए। फिर पिछले साल इसमें एक ट्रॉली और जोड़ी गई।
लेकिन अब किले पर जाने के लिए चार ट्रॉली और उतरने के लिए चार ट्रॉली उपलब्ध कराई गई है। वर्तमान में सभी संबंधित सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में रायगढ़ रोपवे की चौथी ट्रॉली का सभी प्रकार का तकनीकी परीक्षण चल रहा है। यह परीक्षण भी सफल रहा है. इसके बावजूद चौथी ट्रॉली 23 अप्रैल को लांच की जाएगी। इससे शिव प्रेमियों और पर्यटकों को सुविधा मिलेगी।
रायगढ़ किले में रोपवे सुविधा के बाद किले पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। अब चौथी ट्रॉली जुड़ने से पर्यटकों को रुकने के लिए ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
तिकीट रेट | सिंगल | रिटर्न |
समान्य नागरिक | 200 | 310 |
वरिष्ठ नागरिक | नही | 200 |
तीन फीट तक का बच्चा | मुफ्त | मुफ्त |
तीन-चार फीट तक का बच्चा | नही | 200 |
चार फीट के उपर | 200 | 310 |
अपंग व्यक्ती | मुफ्त | मुफ्त |
स्कूली बच्चे | 130 | 190 |
आठवी से बारहवी तक | 190 | 225 |