फिल्मों के सीक्वल करना मेरा सपना नहीं: कार्तिक आर्यन

कार्तिक आर्यन ने लव रंजन की फिल्म 'प्यार का पंचनामा' से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद कार्तिक 'आकाशवाणी', 'कांची' और 'प्यार का पंचनामा'  जैसी फिल्मों में नजर आए। पर इन्हें जिसकी चाह थी, उसमें अभी देरी थी। वक्त बदला और इनके हिस्से में आई 'सोनू की टीटू की स्वीटी' और 'लुका छुपी'। इन फिल्मों की सफलता ने कार्तिक को एक नया मुकाम दिया, जिसकी उन्हें लंबे वक्त से चाह थी। अब कार्तिक, भूमि पेडनेकर और अनन्या पांडे के साथ 'पति पत्नी और वो'  फिल्म में नजर आए हैं, जो  कि 1978 में रिलीज हुई संजीव कुमार की फिल्म का सीक्वल है। यह फिल्म क्रिटिक्स से लेकर दर्शकों को भी भारी तादात में पसंद आ रही है। इसके साथ ही कार्तिक की झोली में तीन और फिल्मों के सीक्वल हाथ में हैं। ये फिल्में हैं 'भूल भुलाइया 2', 'दोस्ताना 2' और 'लव आज कल' का सीक्वल 'आज कल'।

इतनी सारी फिल्मों के सीक्वल करने के बाद अगर कार्तिक को सीक्वल बनाने की मशीन कहा जाए तो गलत नहीं होगा। फिल्म के अलावा ये अब गानों के भी सीक्वल बनाने लग गए हैं। इस सवाल के जवाब पर कार्तिक आर्यन ने मुंबई लाइव को खास प्रतिक्रिया दी।  

कार्तिक ने कहा,  मेरे पास जो फिल्में आई, उनका कॉन्टेंट सबका अच्छा था। अब गलती से वे फिल्में पार्ट 2 हैं तो...मैंने इसलिए ये फिल्में चूज नहीं की कि ये पार्ट 2 हैं। अभी मैं 'पति पत्नी और वो' की बात करूं तो मैंने सिर्फ इसलिए नहीं किया कि ये किसी हिट फिल्म का सीक्वल है। यह एक पूरी तरह से नई फिल्म है। इसका कॉन्टेंट इतना स्ट्रोंग है, ट्रेलर देखो, फिल्म के गाने देखो, एक वाइब सेट हो रही है। जिस तरह से इमेजिन किया था, वैसा ही हो रहा है। तो मैं यह फिल्म क्यों ना करता। मैं तो बोलता हूं, हर दूसरी फिल्म मेरी है...हंसते हुए।  मैं बहुत खुश हूं, जिस तरह से मुझे सबका एक्सप्टेंस मिल गया है। साथ ही रिलेटिविटी फैक्टर मेरे लिए बहुत वर्क करता है।  

कार्तिक ने आगे कहा, एंड आखिर में देखा जाए तो यह मैटर नहीं करता है कि सब पार्ट 2 हैं या नहीं हैं। मैटर करेगा, फिल्मों का कॉन्टेंट क्या है। जब जब ट्रेलर आएगा, जब जब आप फिल्म देखेंगे, तो आपको समझेगा कि मैंने यह फिल्म क्यों चूज की थी। क्या हुआ होगा कि यह डिसीजन सही था, या नहीं था। मेरे हिसाब से वो सब अपने आप लाइन अप हो गया। कोई ऐसा सोचता नहीं है कि मैं सारे सीक्वल ही करूंगा। ऐसा किसी का सपना हो, ऐसा नहीं होता। पर इन सभी फिल्मों का कॉन्टेंट बहुत अच्छा है यह मैं गारंटी देता हूं। 

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