ठेकेदारों पर मेहरबान बीएमसी

पश्चिम उपनगर में पुरानी सड़कों पर सीमेंट और कांक्रीट के जोड़ों में प्लास्टर भरा जाएगा, इसके लिए साढ़े 3 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है, लेकिन इस काम को बीएमसी खुद न करके ठेकेदारों से करवाएगी। पश्चिम उपनगर में 77 सड़कों को चिन्हित किया गया है। इस काम का प्रस्ताव इसी साल जनवरी में स्थायी समिति में पेश हुआ था, लेकिन सड़को के चल रहे अन्य कार्यों को लेकर स्थायी समिति ने प्रस्ताव को नामंजूर करते हुए उसे छह महीने के लिए टाल दिया था। लेकिन एक बार फिर ठेकेदारों के प्रति दरियादिली दिखाते हुए प्रशासन ने इस प्रस्ताव को पेश कर इसे मंजूर करने में दिलचस्पी दिखाई है।

प्रमुख अभियंता संजय दराडे ने कहा कि बीएमसी ने 1989-90 में सीमेंट कांक्रीट का काम करना शुरू किया था। पिछले 20 सालों से बीएमसी ने कई छोटी बड़ी सड़कों का काम किया। इनमे से कई सड़क ऐसे थे जो 40-45 साल पुराने हैं, लेकिन अब सड़कों में पड़े गड्ढे और उखड़े हुए पेवर ब्लॉक से राहगीरों को होने वाली तकलीफों को देखते हुए जोड़ों को भरना जरुरी हो गया था। बारिश में तो रास्तों की हालत और भी खस्ता हो जाती है जिससे ट्रैफिक जाम भी लगता है। इसीलिए जोड़ो को भरने का निर्णय लिया गया है।


ठेकेदार ने लगायी 22 फीसदी कम की बोली

चिन्हित किये गये 77 सड़कों के जोड़ों को भरने के लिए 3.77 करोड़ रूपये का बजटी तैयार किया गया है। उसकी तुलना में शाह और पारीख ठेकेदार ने 22 फीसदी कम बोली लगाकर ठेका लेने का प्रयास किया है। जोड़ों को भरने का काम सड़को के गड्ढे भरने के नाम पर लूटने जैसा है, अगर बीएमसी इस काम को खुद करवाती तो करोड़ों रूपये की बचत हो जाती। लेकिन नगरसेवको के द्वारा इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिए जाने के बावजूद ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए इसे फिर से पेश कर प्रशासन ने अपना नया दांव चला है।

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