प्रधानमंत्री माता वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) राज्य सरकार द्वारा लागू की गई थी, इसके साथ ही इस योजना को मुंबई में भा लागू किया जा रहा है। इस योजा के तहत पहले बच्चे के जन्म पर 5000 रुपये दिये जाएंगे। इस योजना का लाभ 1 जनवरी 2017 से प्रत्येक गर्भवती महिला के लिए उपलब्ध होगा। हालांकि, जिन महिलाओं को प्रसव अवधि का लाभ मिल रहा है उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
1 जनवरी, 2017 से लाभ
यह योजना मुंबई में लागू की जाएगी, एक संवाददाता सम्मेलन में डिप्टी कमिश्नर सुनील धामने और कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी पदमाजा केसकर ने इस बारे में जानकारी दी। इस योजना के तहत, 1 जनवरी 2017 से जो मां बच्चोॆ को जन्म देगी उन्हे ये लाभ मिलेगा। । यह लाभ केवल पहले जीवित बच्चे के लिए होगा।
3 किश्तों में 5 हजार रुपये
तीन किस्तों में कुल पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। गर्भवती होने के बाद, 150 दिनों के भीतर महिला के पंजीकरण के बाद उसे हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके बाद, बच्चे के जन्म के बाद, दो हजार और बच्चे के पहले टीकाकरण के दौरान, दो हजार रुपये मिलेगा। पहले दो किस्तों के लिए लाभार्थी और पति के आधार कार्ड की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि, लाभार्थी के नाम पर एक बैंक खाता होना चाहिए हालांकि, सुनील धामने ने कहा कि यह संयुक्त बैंक खाता नहीं होना चाहिए।
लाभार्थी खाते में सीधे पैस
17 अप्रैल, 2018 के बाद से, इस योजना में मास्टर्स प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है और सभी स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी के प्रशिक्षण विभाग का आयोजन किया जा रहा है। गर्भवती महिला के पंजीकरण पर, पंजीकरण के बाद और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा सभी दस्तावेजों के पूरा होने के बाद, सूचना राज्य सरकार को भेजी जाएगी। उनकी स्वीकृति के बाद, पैसे लाभार्थी के खाते में सीधे जमा की जाएगी। बीएमसी लाभार्थी और सरकार के बीच एक लिंक के रूप में काम करेगा। राज्य सरकार इन सभी फंडों को देगी।