जल्दबाजी न करें, अभी डेल्टा प्लस वॉरिएंट का खतरा बरकरार है, मुख्यमंत्री ने दिया कलेक्टरों को निर्देश

कोरोना (covid19) के बाबत सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने कहा कि, कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से गई नहीं है और हमें तीसरी संभावित लहर से लड़ना है, डेल्टा प्लस (delta plus) वैरिएंट का खतरा है।  इस सब को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग को सभी जिलों में अधिक ऑक्सीजन और आईसीयू बेड के साथ-साथ मोबाइल अस्पतालों जैसी सुविधाओं की योजना बनाने की जरूरत है।

ठाकरे गुरुवार को सात जिलों रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली के जिला कलेक्टरों से वर्चुअल बात कर रहे थे। इस बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (rajesh tope) भी मौजूद थे।

जल्दबाजी न करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि, दूसरी लहर अभी पूरी तरह से गई नही है, अभी उसकी पूंछ बाकी है। हालांकि जिलों के लिए अलग-अलग स्तर की पाबंदियां तय की गई हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन को वास्तविक स्थिति के आधार पर और बिना किसी जोखिम के प्रतिबंधों पर फैसला करना होगा।

उन्होंने आगे कहा, लेवल के आधार पर यदि नागरिक स्वास्थ्य के नियमों का पालन किए बिना सभी लेन-देन करने के लिए स्वतंत्र हैं और यदि वे भीड़ एकत्रित करते हैं, तो संक्रमण बढ़ सकता है और स्थिति खराब हो सकती है। इस संबंध में अपने शहर या जिले में संक्रमण का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें और लेन-देन को जल्दबाजी में न खोलें।

उद्धव ठाकरे ने कहा, विशेष रूप से दूसरी लहर में, हमने ऑक्सीजन की कमी का अनुभव किया है। इसलिए सभी जिलों में अभी से ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति हो। यह भी देखें कि दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में दवाएं और अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्री उपलब्ध रहेंगी।

मुख्यमंत्री ने भवनों और स्थानों की योजना बनाने के भी निर्देश दिए ताकि कई जगहों पर फाइल अस्पताल जैसी सुविधाएं स्थापित की जा सकें।

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