‘बोगस डाक्टरों और पैथोलॉजिस्ट पर हो कार्रवाई’

मुंबई – महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ प्रैक्टिसिंग पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट संगठन ने आरोप लगाया है कि चिकित्सा और अनुसन्धान विभाग मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में फैले बोगस डाक्टरों और पैथोलोजिस्ट पर कार्रवाई करने के बजाय उनको मान्यता देने की तैयारी कर रही है।

मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस संगठन के अध्यक्ष डॉ. संदीप यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 24 मई 2016 को सर्कुलर जारी किया गया था डीएमएलटी व उसके समकक्ष वाले अब पैथोलॉजी नहीं चला पाएंगे अगर ऐसा कोई करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। लेकिन उसके दो दिन बाद ही इस सर्कुलर को स्थगित करते हुए एक समिति का गठन करते हुए इस संबंध में एक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया। जिसमें कहा गया था कि डीएमएलटी व उसके समकक्ष वालो को पैथोलॉजी सेंटर न चलाने दिया जाए क्योंकि इससे मरीजों को नुकसान हो सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार सरकार को 26 मई वाले सर्कुलर को रद्द कर 24 मई वाले सर्कुलर को लागू करना था लेकिन छह महीने बीत जाने पर भी 26 मई को जारी हुआ सर्कुलर रद्द नहीं किया गया। यादव ने कहा कि अगर 26 मई को जारी सर्कुलर महीने भर के अंदर नहीं रद्द किया गया तो वे भूख हड़ताल करेंगे। यादव ने आगे कहा कि चिकित्सा और अनुसन्धान विभाग के संचालक डॉ. प्रवीण शिनगारे को निलंबित किया जाए और जांच की जाए। यादव ने डॉ. शिनगारे पर डीएमएलटी व समकक्षों को मान्यता देने का आरोप लगाया।

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