...तो इस आधार पर 10वीं क्लास के छात्रों को किया जाएगा प्रमोट

महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) ने 10वीं के छात्रों को पास करने का आधार 9वीं और 10वीं की परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन को मानने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ (education minister varsha gaikwad) ने इस बात की घोषणा की।

बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण 10वीं की परीक्षा को रद्द (postponed 10th exam) कर दिया था। जिसके बाद से ही इन छात्रों को पास करने पर माथापच्ची चल रही थी।

जिसके बाद अब 10वीं क्लास के छात्रों को प्रमोट करने के लिए सरकार ने अब मूल्यांकन पद्धति जारी किया है।

जिसके तहत राज्य सरकार ने 9वीं और 10वीं की परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन करने का फैसला किया है।

शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने इस संबंध में घोषणा करते हुए यह भी बताया कि, 10वीं कक्षा का परिणाम जून के आखिर तक घोषित किए जा सकते हैं।

सरकार के इस घोषणा को लेकर छात्रों और अभिभवकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि, आखिर मूल्यांकन कैसे होगा?

बता दें कि, मूल्यांकन मानदंड के अनुसार 10 क्लास के छात्र-छात्राओं को अगली क्लास में प्रमोट करने के लिए 10वीं की इंटरनल टेस्ट के 30 अंक, ओरल के 20 अंक और प्रैक्टिकल के 50 अंक के साथ 9वीं कक्षा में मिले अंकों का औसत निकालकर रिजल्ट बनाया जाएगा।

इससे पहले राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने इस बात का संकेत दिया था कि, 10वीं और 12वी की परीक्षा आयोजित करने पर अंतिम निर्णय इस सप्ताह तक घोषित किया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा था कि COVID-19 महामारी को देखते हुए उनकी प्राथमिकता छात्रों की सुरक्षा है।

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