रूस (Russia) द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V (Sputnik-V Vaccine) जून के दूसरे सप्ताह से भारत में उपलब्ध हो सकती है।
शुरुआत में यह वैक्सीन अपोलो हॉस्पिटल (Apollo hospital) के माध्यम से उपलब्ध होगी। इसके बाद इसे अन्य माध्यमों से भी उपलब्ध कराया जा सकता है।
अपोलो हॉस्पिटल की कार्यकारी उपाध्यक्ष शोभना कामिनेनी ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि, "स्पुतनिक वी, भारत में स्वीकृत तीसरा टीका जून के दूसरे सप्ताह से अपोलो अस्पताल के माध्यम से उपलब्ध होगा।
साथ ही उन्होंने सरकारों और वैक्सीन निर्माताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
वर्तमान में भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के लिए सीरम इंस्टिट्यूट (serum institute) की 'कोविशील्ड' (Covishield) और भारत बायोटेक (bharat biotech) की 'कोवैक्सीन' (Covaxine) वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, ग्रुप ने देश को दस लाख से अधिक टीके लगाए हैं और यह 80 से अधिक स्थानों पर हासिल किया गया है जहां फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं, कॉर्पोरेट कर्मचारियों और संक्रमित होने के जोखिम वाले लोगों को प्राथमिकता दी गई थी।
अधिक जानकारी साझा करते हुए, शोभना ने कहा कि समूह ने जून में हर हफ्ते दस लाख टीके लगाने की योजना बनाई है, और जुलाई में इसे दोगुना करने पर काम करेगा। अपोलो की टीम सितंबर 2021 तक 20 मिलियन टीके लगाने का प्रयास करेगी।
वर्तमान में, स्पुतनिक वी को विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) से मंजूरी मिल गई है और यह भारत में उपलब्ध होने वाला तीसरी वैक्सीन बन जाएगी। हालांकि, यह फिलहाल इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (ईयूए) के अनुसार केवल इमरजेंसी पर ही दिया जाएगा। इसके अलावा, भारत 60वां देश है जिसने इस टीके को कोरोनावायरस के लिए अधिकृत किया है।