मुंबई आने के लिए मराठी सीखने की जरूरत नहीं- RSS सीनियर लीडर भैयाजी जोशी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने मुंबई में एक कार्यक्रम में बोलते हुए विवादित बयान दिया। जोशी ने विवादित बयान देते हुए कहा, "मुंबई आने वालों को मराठी सीखने की कोई ज़रूरत नहीं है। यहां अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं। उदाहरण के लिए, मुंबई के घाटकोपर इलाके की भाषा गुजराती है।" साथ ही, "मुंबई में कोई एक भाषा नहीं है। (No need to learn Marathi to come to Mumbai RSS Bhaiyyaji Joshi)

"मुंबई मे कई भाषाएं बोली जाती है"

उन्होंने यह भी कहा कि यहां कई भाषाएं बोली जाती हैं। विद्याविहार में आयोजित एक कार्यक्रम में आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने यह बयान दिया। भैयाजी जोशी ने कहा कि मुंबई की कोई एक भाषा नहीं है, मुंबई की कई भाषाएं हैं। अलग-अलग क्षेत्रों की अलग-अलग भाषाएं हैं। जैसे घाटकोपर क्षेत्र की भाषा गुजराती है। इसी तरह गिरगांव में आपको हिंदी बोलने वाले कम मिलेंगे। वहां आपको मराठी बोलने वाले लोग मिलेंगे। मराठी सीखने के लिए मुंबई आने वाले व्यक्ति की कोई जरूरत नहीं है।

डोंबिलवी मे पिछले महीने दिय़ा था बयान

भारत विभिन्न स्तरों पर परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। पिछले पतन से उत्थान की ओर परिवर्तन की यह यात्रा समाज और राष्ट्र को विकास की ओर ले जा रही है। हमारे भारत को दुनिया के सामने अपना सम्मान बढ़ाने का अवसर मिलेगा। अगर हम अपने मूल हिंदू धर्म और संस्कृति पर विचार करें तो भारत को महाशक्ति नहीं बल्कि महाराष्ट्र होना चाहिए। यह कथन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी ने पिछले महीने डोंबिवली में कहा था।

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