‘एकता में शक्ति है’

परेल - आज 21वीं सदी का दौर है पर यहां सिर्फ जाति पाति के नाम पर राजनीति हो रही है, गरीब किसान और मजदूरों के हकों के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। गरीब जनता, किसान और मजदूर वर्ग के हितों के लिए सिर्फ ग. द. आंबेकर, एस. ए. डांगे, पीटर अल्वारीस, पी. डीमेलो, ना. म. जोशी आदि ने लड़ाइयां लड़ी हैं। उन्होंने हमेशा एकता की बात की है, इसलिए हमें उनके विचारों का पालन करते हुए एक होकर आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि एकता में सबसे बड़ी ताकत है, इस तरह का विचार युवक बिरादारी के संस्थापक संचालक पद्मश्री क्रांती शहा यांनी ने व्यक्त किया। 

परेल पूर्व स्थित राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ की तरफ से सोमवार को महात्मा गांधी सभागृह में कामगार महर्षि स्व. गं. द. आंबेकर जीवन गौरव और श्रमगौरव पुरस्कार का आयोजन किया गया था। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री एनसीपी मुंबई अध्यक्ष सचिन अहिर, महासचिव गोविंदराव मोहिते, उपाध्यक्ष बजरंग उपस्थित थे।



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