मोदी सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनस के तहत लोगों को खुद का रोजगार शुरू करने की योजना बनाई थी।साथ ही इस योजना में लोगों को कोई परेशानी न हो इसीलिए नियमों में काफी सहूलियत दी गयी थी। लेकिन अब इस सहूलियत का लोग दुरूपयोग करते नजर आ रहे हैं।
इसी मामले के तहत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सरकारी निवास 'वर्षा' के पते पर बीयर बार का लाइसेंस लेने और बीएमसी कमिश्नर के कार्यालय वाले पते पर हुक्का पार्लर का लाइसेंस लेने जैसे मामले सामने आए हैं। अब पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर आगे की जांच में जुट गयी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 'इज ऑफ़ डूइंग' बिजनेस के तहत हुक्का पार्लर और बीयर बार का लाइसेंस लेने के लिए जो फॉर्म भरे गए थे उसमें मुख्यमंत्री के 'वर्षा' बंगले और बीएमसी कमिश्नर कार्यालय के पते भरे गए थे।
कोई व्यक्ति आसानी से बिजनेस शुरू कर सके इसीलिए बीएमसी स्वत: घोषित जानकारी के आधार पर ही सर्टिफिकेट जारी करती है, लेकिन अब बीएमसी ने निर्णय लिया है कि अब इन मामलों की जांच की जाएगी। हालांकि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर या गलत जानकारी भरने वालों पर कानून के तहत कार्रवाई करने का प्रावधान भी है।
आपको बता दें कि इस तरह पहले भी लाइसेंस बांटने को लेकर प्रणाली के दुरुपयोग करने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं जिसे लेकर होहल्ला भी हो चुका है।