बीएमसी स्कूल में 9 वी कक्षा में प़ढ़नेवाले छात्रों के लिए टैब बांटने के निर्णय के बाद बीएमसी ने इस साल पिछलें साल की तुलना में दो से ढाई हजार रुपये ज्यादा दिये है। जिसे लेकर इस बार बीएमसी की स्थाई समिति में एक भी विपक्षी पार्टियों ने इस बारें में कोई भी हो हंगामा नहीं किया है। ना ही तो कांग्रेस इस मसले पर कुछ बोल रही और ना ही समय समय पर अपनी ही साथी की बुराई करनेवाली बीजेपी। जिससे अब शिवसेना को उम्मीद है की टैब बांटने का प्रस्ताव पास हो जाएगा।
लैपटॉप की जगह अब 'टैब' देगी बीएमसी
2018-19 में दसवीं के छात्रों को लैपटॉप
बीएमसी ने साल 2015-16 और 2016-17 में बीएमसी की आठवीं कक्षा में पढ़नेवाले छात्रों को टैब बांटने का निर्णय लिया था। 2017-18 में बीएमसी ने 9वीं के छात्रों को टैब बांटने का निर्णय लिया है। जिसके लिए बीएमसी ने 18 हजार 78 टैब की खरीददारी बीमा और वारंटी के साथ की है। कार्वी मॅनेजमेंट सर्विसेस से इन टैबों को खरीदा गया है। तो वही बीएमसी की योजना है की साल 2018-19 में दसवीं में पढ़नेवाले छात्रों को दसवीं का पाठ्यक्रम टैब में ही दिया जाएगा।
पीने वालों के लिए खुशखबरी : अब रात 11:30 बजे तक खुली रहेंगी शराब की दुकानें
हर एक टैब के लिए बीएमसी को 10 हजार 319 रुपये देनें होंगे। इस हिसाब से 18 हजार 78 टैब के लिए बीएमसी को 18 करोड़ 70लाख 52 हजार रुपये देने होंगे। जिसके लिए इस प्रस्ताव को जनवरी के महिने में ही पेश किया जा रहा है ताकी आनेवाली शैक्षणिक साल से बच्चों को टैब मिल सके।
किस साल मे कितने टैब की खरीददारी
साल | खरीदे गये टैब | प्रति टैब किमत |
---|---|---|
2015-16 | 22,799 | 6,850 |
2016-17 | 21, 471 | 7,355 |
2017-18 | 18,078 | 10,31 |