कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका (KDMC) के संपत्ति कर विभाग ने पिछले तीन महीनों में आक्रामक कर संग्रह अभियान चलाकर नगर पालिका के खजाने में 453 करोड़ रुपये जोड़े हैं। वर्ष 2024-25 के लिए संपत्ति कर संग्रह का लक्ष्य 500 करोड़ रुपये था। (Kalyan Dombivli Municipal Corporation collects property tax worth INR 453 crore)
इसके कारण संग्रह में 67 करोड़ रुपये की कमी आई है। पिछले पंद्रह दिनों से अभय योजना के आंकड़ों के अनुसार, पिछले चार से पांच महीनों में जल और संपत्ति कर बकाया के लिए लागू की गई अभय योजना के माध्यम से लगभग 60 करोड़ रुपये की राशि एकत्र की गई है। पिछले साल संपत्ति कर संग्रह लक्ष्य से लगभग 100 करोड़ रुपये अधिक था। संपत्ति कर नगरपालिका के लिए राजस्व का मुख्य स्रोत है।
संपत्ति कर संग्रह लक्ष्य स्तर पर हो, यह सुनिश्चित करने के लिए आयुक्त डॉ. इंदुरानी जाखड़ पिछले छह महीनों से संपत्ति कर अधिकारियों के साथ बैठकें कर रही थीं। बकाएदारों की संपत्ति और पानी के कनेक्शन काटने के आदेश दिए गए थे। यदि बकाएदार बार-बार नोटिस के बावजूद कर और पानी का बकाया नहीं चुकाते हैं, तो उनकी संपत्ति जब्त कर नीलाम करने का आदेश दिया गया है।
इस आदेश के अनुसार, पिछले चार दिनों में केडीएमसी ने 54 लाख रुपये के बकाया के कारण दस वार्डों में 28 से अधिक संपत्तियों को सील कर दिया है। 20 से अधिक संपत्तियों को जब्त कर उन्हें नीलाम करने का प्रस्ताव है। कार्रवाई से बचने के लिए कई बकाएदारों ने मौके पर ही कार्रवाई दल को ऑनलाइन बकाया राशि का भुगतान कर दिया।
पिछले एक महीने से संपत्ति कर उपायुक्त स्वाति देशपांडे हर वार्ड का दौरा कर बकाएदारों से कर वसूलने का प्रयास कर रही हैं। संपत्ति कर का भुगतान नहीं करने वाले बैंकों और प्रतिष्ठानों के कार्यालयों को सील किया जा रहा है।
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