राज्य सरकार ने धारावी के पुनर्विकास के लिए भूखंडों का वितरण शुरू कर दिया है। इस बीच ऐसी खबरें है की कुर्ला डेयरी के लिए भूखंड बाजार मूल्य से दस गुना कम दर पर वितरित किया गया है। लोकसत्ता की एक खबर के मुताबिक कुर्ला ईस्ट में डेयरी प्लॉट को लेकर स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद उनकी आपत्तियों के बावजूद प्लॉट बेच दिया गया है। 21 एकड़ के भूखंड के लिए 58 करोड़ रुपये वसूले गए हैं।
इस क्षेत्र में एक प्लॉट की कीमत जहां रेडी रेकनर के अनुसार पांच से छह हजार रुपये प्रति वर्ग फुट है, वहीं यह प्लॉट मात्र 641 रुपये प्रति वर्ग फुट की दर पर उपलब्ध कराया गया है। इसी तरह, मुलुंड में 58 एकड़ के खजान प्लॉट के लिए 319 करोड़ रुपये वसूले गए हैं। यह भूखंड बाजार मूल्य से पांच गुना कम, 1,277 रुपये प्रति वर्ग फुट की दर पर उपलब्ध कराया गया है।
धारावी का पुनर्विकास कार्य धारावी पुनर्विकास परियोजना कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जो राज्य सरकार और अडानी समूह का एक संयुक्त उद्यम है। लिमिटेड कंपनी द्वारा इसे एक विशेष उद्देश्य के लिए क्रियान्वित किया जा रहा था। इस कंपनी का नाम बदलकर नवभारत मेघा डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया है। लिमिटेड यह किया जा चुका है। धारावी की लगभग 632 एकड़ भूमि में से लगभग 407 एकड़ भूमि झुग्गियों से आच्छादित है।
इसके अलावा रेलवे का भूखंड भी पुनर्विकास के लिए उपलब्ध होगा। इसके अलावा धारावी के बाहर करीब 540 एकड़ जमीन की मांग की गई है। इनमें से मुलुंड में 58.1 एकड़ और कुर्ला में 21 एकड़ डेयरी भूमि क्रमशः 319.7 करोड़ रुपये और 58 करोड़ रुपये में बेची गई।
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