यात्रियों को हादसे से सावधान रहने के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा कई घोषणाएं की जाती हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि रेलवे यात्रा के दौरान यात्रियों को रेलवे ट्रैक का उपयोग नहीं करना चाहिए, एफओबी का उपयोग करें साथ ही खुले फाटकों का उपयोग नहीं करना चाहिए। रेलवे के इस घोषणा के बाद भी यात्री इन घोषणाओं को नजरअंदाज करते हुए लापरवाही करते नजर आते हैं। नतीजतन दुर्घटनाओं के कारण यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। इन्हीं हादसों से संबंधित पिछले साल के आंकड़े सामने आए, जिसके मुताबिक जनवरी 2019 से लेकर दिसंबर 2019 के बीच 2000 से अधिक यात्रियों ने अपनी जान गंवाई।
आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने मुंबई रेलवे पुलिस से जनवरी 2019 से दिसंबर 2019 तक मुंबई की उपनगर रेलवे में हादसों से हुई मौत और घायलो की जानकारी मांगी थी। इस संबंध में, रेलवे पोलिस के सूचना अधिकारी जी.सी. हिरेमठ ने जानकारी गलत प्रदान की है। जानकारी के अनुसार, मुंबई उपनगरीय रेलवे ट्रैक पर रेल की पटरी पार करते समय या ट्रेन से गिरकर कुल 2123 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 1758 यात्री घायल हुए हैं। जबकि मध्य रेलवे में कुल 1384 यात्रियों की मौत हुई और 1047 लोग घायल हुए। पश्चिम रेलवे में 739 यात्रियों की मौत हो गई और 711 यात्री घायल हुए है.
लेकिन इसी से संबंधित एक अन्य आरटीआई कार्यकर्ता समीर ज़वेरी ने सूचना मांगी तो उन्हें कुछ और ही जानकारी दी गयी।समीर ज़वेरी को जानकारी दी गयी उसके अनुसार, मुंबई उपनगरीय रेलवे में रेल की पटरी पार करते समय या चलती ट्रेन से गिर कर 2664 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 3158 यात्री घायल हुए हैं। मध्य रेलवे मार्ग में कुल 1393 यात्रियों की मौत हुई और 1836 लोग घायल हुए। इसी तरह पश्चिम रेलवे में 928 यात्रियों की मौत हो गई और 1322 यात्री घायल हुए है।
जबकि आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख के को दी गयी सूचना अधिकार अधिनियम के अंतर्गत उन्होंने पिछले 5 साल के हादसों का आंकड़ा मांगा था, जिसके अनुसार 2013 से 2018 तक कुल 19430 यात्री हादसे में अपनी जान गंवा चुके हैं और 20168 यात्री घायल हुए है।
आंकड़ों के अनुसार वर्ष भर में कब कितनी मौते हुई और कितने घायल हुए...
आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख के अनुसार, रेलवे पोलिस इतने गंभीर विषय पर दो अलग-अलग आवेदनों पर अलग अलग जानकारी दे रही है। इससे रेलवे पोलिस की विश्वासनियता पर सवाल तो उठता ही है। इसके पहले भी जितनी सूचनाएं दी गई है क्या वह भी इसी प्रकार से गलत सूचना दी गई है। इस सन्दर्भ में शकील अहमद शेख ने सूचना आयोग में शिकायत करके उचित करवाई की मांग की है, और पोलिस आयुक्त (रेलवे) को भी पत्र लिखकर संबंधित अधिकारी जी.सी. हिरेमठ पर करवाई की मांग की है।