सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) द्वारा हाल ही में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में रेल लाइनों पर होने वाली मौतों की (Mumbai local train ) संख्या में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।रिपोर्ट में कहा गया है। 2022 में MMR में ट्रेनों से जुड़े हादसों में 2,507 लोगों की जान चली गई, जबकि 2,155 अन्य घायल हो गए।
आंकड़ों से यह भी पता चला कि चलती ट्रेनों से गिरने या उपनगरीय ट्रेनों की चपेट में आने से 648 पुरुषों और 52 महिलाओं सहित 700 लोगों की मौत हो गई। उनमें से, पश्चिमी रेलवे (western railway) पर 190 और मध्य रेलवे (central railway) पर 510 लोगों की मौत की सूचना मिली थी। इसके अतिरिक्त, चलती ट्रेनों से गिरने के बाद 812 पुरुषों और 214 महिलाओं सहित 1,026 लोग घायल हो गए।
रेलवे लाइन पर हादसों की यह खतरनाक वृद्धि कोई नई घटना नहीं है। दरअसल, आंकड़े बताते हैं कि 2016 के बाद से रेल हादसों में मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है।2019 में इस तरह के हादसों में 611 लोगों की जान चली गई, जबकि 2018 में रेल की पटरियों पर 711 लोगों की मौत हुई थी।
दूसरी ओर, अधिकारियों ने कहा कि उपनगरीय स्टेशनों पर प्लेटफार्मों के बीच एस्केलेटर और बैरिकेड्स लगाने से स्टेशनों पर पटरियों को पार करने से होने वाली मौतों को कम करने में मदद मिली है।
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