मुंबई देश की आर्थिक राजधानी होने के कारण मुंबई में इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष जोर दिया जाता है। अगले दो साल में मुंबई की सभी सड़कें ( POTHOLES MUMBAI ) गड्ढा मुक्त हो जाएंगी। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ( EKNATH SHINDE) ने कहा कि मुंबई के सौंदर्यीकरण, कोलीवाड़ियों के विकास, चौक की सफाई पर भी जोर दिया जाएगा।
दाओस में आर्थिक मंच पर डेढ़ लाख करोड़ से अधिक के MOU पर हस्ताक्षर
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कल के महाराष्ट्र का अपना विजन प्रस्तुत किया। महाराष्ट्र के प्रति देश और दुनिया में एक भरोसा है। दाओस ( Davos) में आर्थिक मंच पर डेढ़ लाख करोड़ से अधिक के MOU पर हस्ताक्षर हुए तो उन्होंने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र प्रधानमंत्री के 5 ट्रिलियन के लक्ष्य के 1 ट्रिलियन के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा।
महाराष्ट्र देश का एक प्रमुख औद्योगिक शहर है और यहां बड़ी मात्रा में प्रत्यक्ष निवेश हो रहा है। निर्यात में राज्य की हिस्सेदारी अधिक है और विकास के लिए नई अच्छी पहल की गई हैं। उद्योगों को प्रदेश में आने के लिए परमिट तेजी से जारी किए जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्योगों को अनुकूल वातावरण दिया जा रहा है और इससे प्रदेश में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
नागपुर-मुंबई समृद्धि हाईवे से राज्य में सड़क संपर्क बढ़ा है और इससे अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं और इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा।
राज्य में नई कॉलोनियों का निर्माण, झुग्गी-झोपड़ियों का उन्मूलन, राजहंसों के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग, सौर ऊर्जा के माध्यम से 400 मेगावाट राज्य को आगे ले जाना। बिजली पैदा करने, किसानों को कृषि के लिए प्रचुर मात्रा में पानी मिले, इसके लिए 18 नई परियोजनाएं बनाने, किसानों का उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीक लाने पर जोर दिया जा रहा है।
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