भारत रत्न और संविधान के निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (babasaheb ambedkar) की 14 अप्रैल, 2021 को 130 वीं जयंती है। इस अवसर पर केंद्र सरकार ने इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश (national holiday) घोषित कर देशवासियों को खुशखबरी दी है। पिछले कई वर्षों से देशवासी इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग कर रहे थे।
हालांकि, केंद्र सरकार ने पूरे देश में इस अवकाश को लागू करने का निर्देश देते हुए एक परिपत्र जारी किया है। श्रम, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने इस अवकाश के बारे में एक परिपत्र जारी किया है। मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय निगोशिएबल इन्स्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 की धारा 25 के अनुसार लिया गया।
जिसके अनुसार, इस वर्ष से सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी 14 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश के रूप में छुट्टी दी जाएगी।
14 अप्रैल, 1891 को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का जन्म हुआ था। वे स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे। साथ ही उन्हें भारतीय संविधान के वास्तुकार, भारतीय न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, दार्शनिक, समाज सुधारक, पत्रकार, वकील, दलित बौद्ध आंदोलन के प्रेरणा और भारतीय बौद्ध धर्म के पुनरुत्थानवादी के रूप में आंबेडकर को जाना जाता है।
अपनी अपार बुद्धि के बल पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने मेहनतकश दलित समुदाय को न्याय दिलाने की कोशिश की। बाबासाहेब आंबेडकर ने अपने जीवन में कई काम किए। जैसे कि, स्वतंत्र श्रमिक दल, दलित शिक्षा संस्थान की स्थापना, महिलाओं के लिए काम, स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी आदि। उन्होंने अपना पूरा जीवन दलित समाज के उत्थान के लिए व्यतीत किया। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का यह कार्य राष्ट्र निर्माण के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।