Advertisement

मुंबई में पहली बार विकलांगता उपचार के लिए रोबोटिक प्रणाली का इस्तेमाल

मिस्सो रोबोटिक प्रणाली आधुनिक प्रौद्योगिकी और शल्य चिकित्सा विशेषज्ञता का संयोजन है, जिसके परिणामस्वरूप शल्य चिकित्सा सटीकता और तेजी से रोगी की रिकवरी होती है।

मुंबई में पहली बार विकलांगता उपचार के लिए रोबोटिक प्रणाली का इस्तेमाल
SHARES

भारत में निर्मित घुटना प्रतिस्थापन सर्जरी के लिए उन्नत रोबोट प्रणाली मिसो पहली बार मुंबईवासियों के लिए उपलब्ध हो गई है। मिस्सो रोबोटिक प्रणाली आधुनिक प्रौद्योगिकी और शल्य चिकित्सा विशेषज्ञता का संयोजन है, जिसके परिणामस्वरूप सटीक सर्जरी और रोगी की तेजी से रिकवरी होती है।

आर्थोपेडिक उपचार में सुधार

इस प्रणाली ने न केवल आर्थोपेडिक उपचार में सुधार किया है, बल्कि लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। MISSO प्रणाली, जो कि आत्मनिर्भर भारत नीति से जुड़ी है, पूरी तरह से भारत में निर्मित है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रणाली की प्रशंसा की है। यह प्रणाली विश्व स्तरीय रोबोटिक सर्जरी को नागरिकों के लिए अधिक सुलभ बनाने में मदद करेगी।

मिस्सो प्रणाली ने संयुक्त प्रतिस्थापन गुणवत्ता के लिए भी एक नया मानक स्थापित किया है, क्योंकि इसकी सटीकता और न्यूनतम चीरों से ऊतक क्षति, रक्तस्राव और ऑपरेशन के बाद की रिकवरी के समय को कम करने में मदद मिलती है। मिस्सो रोबोटिक प्रणाली मुंबईकरों की सेवा में आ गई है और इसका अनावरण बुधवार को केंद्रीय उद्योग एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने किया।

मिस्सो प्रणाली अपनी अनेक विशेषताओं के कारण विशिष्ट है। इससे विभिन्न आर्थोपेडिक सर्जरी को अत्यंत सटीकता के साथ करना संभव हो जाता है। मिस्सो प्रणाली पारंपरिक रोबोटिक प्रणालियों की तुलना में सर्जिकल कार्यप्रवाह को सुव्यवस्थित बनाती है।

यह भी पढ़े-  मुंबई- आवारा कुत्तों की संख्या में कमी

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें