आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक से 122 करोड़ रुपए के गबन के मामले में रविवार को कंस्ट्रक्शन कारोबारी धर्मेश जयंतीलाल पौन (58) को गिरफ्तार किया। आरोप है कि कंस्ट्रक्शन कारोबारी पौन को इस मामले के मुख्य आरोपी महाप्रबंधक हितेश मेहता के जरिए 70 करोड़ रुपये का गबन मिला। (Construction businessman arrested in New India Cooperative Bank embezzlement case)
अधिकारियों के सामने कबूला अपराध
आरोपी पौन ने भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया है। इस मामले में दोनों आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 21 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में तीसरे आरोपी की पहचान कर ली गई है तथा उसकी संलिप्तता की जांच चल रही है।
बैंक के महाप्रबंधक हितेश मेहता (57) को आर्थिक अपराध शाखा ने 122 करोड़ रुपये के गबन के सिलसिले में शनिवार को गिरफ्तार किया था। प्राप्त सूचना के आधार पर आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार रात कंस्ट्रक्शन व्यवसायी धर्मेश पौन को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद रविवार को उन्हें इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पौन कांदिवली पश्चिम स्थित श्रीजी शरण बिल्डिंग के निवासी हैं।
अन्य कर्मचारियो की भी जांच
इस पूरे मामले में प्रभादेवी और गोरेगांव स्थित शाखाओं की तिजोरियों में रखे 122 करोड़ रुपये का गबन किया गया है। क्या अन्य बैंक कर्मचारियों ने इसमें मदद की? पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
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