वर्ली इलाके में चल रहे शिवनगर सहकारी गृहनिर्माण योजना में लोगों को घर दिलाने के लिए नकली कागजात बना कर देने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन चारों में एक महिला भी शामिल है. इस काम में कुछ सरकारी अधिकारियों के भी मिले होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
क्या था मामला?
वर्ली में शिवनगर सहकारी गृहनिर्माण संस्था की तरफ से एसआरए योजना शुरू की गयी है। इस इलाके में कई अवैध झोपड़े भी बने हुए हैं इसीलिए इस योजना की शर्तों के मुताबिक जिस परिवार का सभी कागजात नियमानुसार असली होंगे उन्हें ही घर दिए जाएंगे।
फर्जी बिजली के बिल
कई लोगों के पास घरों के कागज नहीं होने थे तो जिसका फायदा उठाया वहां रहने वाले यासीम सलीम बोहरी, अमिन बोहरी, कनीज बोहरी, मुमताज मुल्ला मुस्तफा ने। ये सभी उन लोगों को फर्जी कागज बना कर देने लगे जिनके पास घरों के ऑरिजिनल कागज नहीं थे। यही नहीं इन लोगों ने कई लोगों के नाम पर फर्जी बेस्ट के बिजली के बिल भी बन दिए।
दर्ज हुई शिकायत
स्थानीय निवासी संतोष कुमार पांडेय ने प्राधिकरण अधिकारियों से इस बात की शिकायत की और बताया कि लोगों द्वारा फर्जी कागजात जमा किया जा रह है। सूचना के आधार पर जब अधिकारियों ने जांच शुरू कर तो इस आरोप को सही पाया गया।
दर्ज किया गया मामला
इसके बाद निर्माल नगर पुलिस ने अमिन बोहरी, कनीज बोहरी, मुमताज मुल्ला मुस्तफा के ख़िलाफ लोगों से ठगी करने के आरोप में इनके खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि इस गोरखधंदे में कुछ सरकारी अधिकारी भी मिले हो सकते है, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है।