पुलिस ने 6 शिवसैनिकों को फिर से गिरफ्तार किया है, जो कांदिवली में पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा की पिटाई के मामले में जमानत पर रिहा हुए थे। उन्हें धारा 452 (घर में अवैध प्रवेश) के तहत गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आक्षेपार्ह व्यंगचित्र व्हॉट्सऐप पर फॉरवर्ड करने पप शिवसैनिकों ने रिटायर नौसेना अधिकारी मदन शर्मा के साथ मारपीट की थी। जिसके बाद 12 सितंबर को इस मामले में 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पर शनिवार को उनको जमानत मिल गई। परंतु कल रात एक बार फिर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया और अब उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
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सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी मदन शर्मा (62) कांदिवली के समतानगर इलाके के में अपने परिवार के साथ रहते हैं। कंगना रनौत और शिवसेना का विवाद पिछले हप्त न्यज चैनलों पर जमकर चला। ऐसा भी माना जा रहा है कि बदले की भावना से बीएमसी ने कंगना का ऑफिस भी धराशायी कर दिया। इसी तरह, मदन शर्मा ने सोशल मीडिया पर शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कैरिकेचर पोस्ट किया। स्थानीय शिवसेना प्रमुख कमलेश कदम और संजय मांजरे और अन्य शिव सैनिकों ने शर्मा को घर से बाहर बुलाया और उनके साथ मारपीट की। हमले में शर्मा को गंभीर चोटें आई हैं।
मदन शर्मा ने इस संबंध में समता नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। अतिरिक्त आयुक्त दिलीप सावंत ने उन्हें आश्वासन दिया था कि हमले के लिए जिम्मेदार अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। तदनुसार, पुलिस ने 6 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उन्हें गिरफ्तार किया था। लेकिन आरोपियों को अगले दिन जमानत मिल गई थी।
इस हादसे को लेकर बीजेपी नेताओं ने सत्तारूढ़ शिवसेना की तीखी आलोचना शुरू कर दी। उद्धवजी, गुंडाराज आवारा, एक सेवानिवृत्त नौसैनिक अधिकारी को शिव सैनिकों द्वारा एक व्हॉट्सएप फॉरवर्ड के लिए पीटा गया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह सब आपत्तिजनक था।
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