मुंबईकरों को हर साल गड्ढों से होकर सफर न करना पड़े, इसके लिए सड़कों पर डामरीकरण की जगह कंक्रीटीकरण करने का फैसला किया गया है। यह काम चरणों में किया जाएगा और पहले चरण में टेंडर प्रक्रिया में कोई अनियमितता नहीं हुई, यह बात बुधवार विधान परिषद में मंत्री उदय सामंत ने कही। (Concreting work to make Mumbai's roads pothole-free says Minister Uday Samant)
मंत्री उदय सामंत ने कहा कि मुंबई में सड़कों का कंक्रीटिंग का काम दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और दूसरे चरण की टेंडर प्रक्रिया चल रही है. पहले चरण की 212 सड़कों का ठेका रद्द कर दिया गया है और उनकी जगह 208 सड़कों के लिए नया टेंडर बुलाया गया है। दोनों चरणों की सड़कें अलग-अलग हैं और पहले चरण की किसी भी सड़क को दूसरे चरण के काम में शामिल नहीं किया गया है। पहले चरण में कुल 114 सड़क कार्य पूरे होने वाले हैं और पश्चिमी उपनगरों में 246 सड़कें और पूर्वी उपनगरों में 89 सड़कें निर्माणाधीन हैं।
वारंटी अवधि के दौरान यदि सड़क में कोई गड्ढा हो तो संबंधित ठेकेदार द्वारा निःशुल्क मरम्मत करायी जाती है। साथ ही, ठेकेदार की ओर से देरी के मामले में, निविदा के नियमों और शर्तों के अनुसार संबंधित ठेकेदार के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा सिटी डिवीजन में सड़क कार्यों के पहले चरण के लिए नियुक्त ठेकेदार मिस्टर रोडवेज सॉल्यूशन इंडिया इंफ्रा है।
लिमिटेड उन्होंने यह भी बताया कि सड़क कार्य की असंतोषजनक प्रगति एवं निविदा की शर्तों का अनुपालन नहीं करने के कारण बीएमसी के माध्यम से उक्त ठेकेदार का ठेका रद्द करते हुए उसकी जमा राशि एवं ठेका जब्त करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की गयी है।
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