आयुष्मान भारत के तहत ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए एक समावेशी और समग्र स्वास्थ्य पैकेज प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने इस एमओयू को देश में अपनी तरह का पहला करार दिया, जो एबी-पीएमजेएवाई के तहत स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचकर ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सही और सम्मानजनक स्थान सुनिश्चित करने को प्रोत्साहन देगा।
उन्होने कहा की “इस समझौता ज्ञापन ने समाज में एक ऐतिहासिक परिवर्तनकारी सुधार की नींव रखी है। यह कदम जो ट्रांसजेंडर समुदाय को विशेष स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, वंचित समुदाय के लिए समानता सुनिश्चित करने से परे है”,
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एमओएसजेई) के बीच आज का समझौता ज्ञापन पूरे देश में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों (ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय पोर्टल द्वारा जारी ट्रांसजेंडर प्रमाण पत्र रखने वाले) को सभी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करेगा। . MoSJE प्रति ट्रांसजेंडर लाभार्थी प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का बीमा कवर देगा।
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