बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने गोरेगांव में NESCO जंबो कोविड केंद्र में 1,500 बिस्तर जोड़े हैं। जिनमें से 1,000 ऑक्सीजन बेड हैं और शेष 500 बेड सामान्य बेड हैं। इस सुविधा का उद्घाटन कल, 3 मई को उद्योग मंत्री सुभाष देसाई (Subash desai) द्वारा किया गया था। कोविद बेड की मांग कम हो गई है। पिछले 10 दिनों में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है, लेकिन अब सब कुछ सुव्यवस्थित है।
ये बेड कोविद केंद्र के 'ई' हॉल (e hall) में स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 200 बेड सोमवार को कार्यात्मक रहे हैं, जबकि शेष बेड का उपयोग चरण-वार किया जाएगा। इससे केंद्र की क्षमता बढ़कर 3,700 बेड हो गई है। इस दूसरे चरण में, 500 सामान्य बेड के साथ इस कोविद देखभाल सुविधा में 1000 ऑक्सीजन बेड जोड़े गए हैं।
मुंबई भर में कुल COVID-19 बेड का लगभग 30 प्रतिशत खाली पड़ा हुआ है, जबकि निजी अस्पतालों में लगभग 40 प्रतिशत कोविद बेड अभी भी रोगियों द्वारा कब्जे में हैं।आंकड़ों के अनुसार, निजी अस्पतालों में कुल 15,753 बिस्तरों में से 6,395 पर कब्जा है, जिसका मतलब है 40.59 प्रतिशत।
बीएमसी चरणबद्ध तरीके से जंबो कोविद केंद्रों और अस्पतालों में 300 आईसीयू बेड जोड़ रही है। नागरिक अधिकारियों ने कहा कि उनके पास कोरोनोवायरस रोगियों के लिए पर्याप्त बेड खाली हैं और भविष्य में बढ़ेंगे।बीएमसी डैशबोर्ड के अनुसार, 21,883 कोविद बेड हैं, जिनमें से 15,753 पर कब्जा है, जबकि 6,130 खाली पड़े हैं। इसी तरह, कुल 2,923 आईसीयू बेड में से 70 खाली हैं और 1,501 वेंटिलेटर में से 22 मई तक खाली हैं। वर्तमान में, उनका ध्यान आईसीयू और वेंटिलेटर बेड बढ़ाने पर है। सोमवार को जंबो सेंटरों पर लगभग 100 प्रत्येक आईसीयू और वेंटिलेटर बेड स्थापित किए गए थे।