पात्रा चाल घोटाले मामले में ED की हिरासत में कैद उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी (Uddhav Balasaheb Thackeray) के नेता संजय राउत ( sanjay raut) ने कहा की है चुनाव आयोग द्वारा पार्टी को दिए गए चुनाव चिन्हे से पार्टी और भी मजबूत होगी और नया चुनाव चिन्ह पार्टी के लिए नई क्रांति लाएगा। राउत की टिप्पणी भारत के चुनाव आयोग द्वारा उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे ( eknath shinde) के नेतृत्व वाले शिवसेना ( shiv sena) गुटों द्वारा अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के नाम और उसके चुनाव चिह्न का उपयोग करने पर रोक लगाने के बाद आई है।
"पार्टी अभी भी वही"
पार्टी के प्रतीकों को फ्रीज किए जाने के ताजा मुद्दे के बारे में बोलते हुए राउत ने कहा की चुनाव चिन्हो को फ्रीज करना एक राजनीतिक दल के जीवन में होता है। कांग्रेस के साथ, यह इंदिरा गांधी के समय सहित तीन बार हुआ। ऐसा जनता पार्टी के साथ भी हुआ। राउत ने आगे कहा, हो सकता है कि नया चुनाव चिन्ह पार्टी के लिए एक नई क्रांति लेकर आए और कहा कि प्रतीक और नाम अलग हो सकते हैं, लेकिन पार्टी अभी भी वही है।
दो महीने से अधिक समय से जेल में बंद संजय राउत सोमवार को अपनी जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए मुंबई की सत्र अदालत में थे। उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थक कोर्ट पहुंचे। कई लोगों ने उनके पैर छुए, किसी ने उन्हें गले लगाया और राउत के परिवार वाले भी वहां मौजूद थे। शिवसेना सांसद विनायक राउत और शिवसेना के युवा नेता वरुण सरदेसाई कोर्ट कॉरिडोर में संजय राउत से मुलाकात कर रहे थे।
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