राज्य सरकार की नीति उद्योग को खत्म कर रही है। पिछले ढाई साल में इस सरकार ने उद्योगों और निवेश को बढ़ावा देने के लिए 'मैग्नेटिक महाराष्ट्र' जैसा कोई औद्योगिक सम्मेलन आयोजित नहीं किया है। राज्य में आने वाले उद्योग दूसरे राज्यों में जा रहे हैं, वहीं महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नीति से ये उद्योग प्रभावित हो रहे हैं। (The state government's policy is killing industries in Maharashtra said Aaditya Thackeray)
शिवसेना ठाकरे ग्रुप के नेता आदित्य ठाकरे ने आशंका जताई है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मर्सिडीज बेंज जैसी कंपनियों की अचानक जांच से अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के निवेश पर असर पड़ेगा। आदित्य ठाकरे ने राज्य सरकार की उद्योग नीति की आलोचना करते हुए मैग्नेटिक महाराष्ट्र के आयोजन न करने पर आपत्ति जताई।
उन्होंने पूछा कि तमिलनाडु जैसे राज्य महाराष्ट्र में ऐसे सम्मेलन आयोजित करके निवेश आकर्षित कर रहे हैं, लेकिन राज्य में निवेश सम्मेलन क्यों नहीं आयोजित किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष सिद्धेश कदम ने पुणे दौरे के दौरान मर्सिडीज बेंज कंपनी का दौरा किया था। उस समय सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर आपत्ति जताई गई थी। इस पर आदित्य ठाकरे ने प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष पर निशाना साधा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मर्सिडीज-बेंज के अचानक निरीक्षण से उद्योग जगत में गलत संदेश गया है, जबकि बड़े उद्योग विदेश जा रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि चूंकि महाराष्ट्र से कई उद्योग बाहर जा रहे हैं, इसलिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मर्सिडीज-बेंज के अचानक निरीक्षण से उद्योग जगत में गलत संदेश गया है। जब अध्यक्ष सिद्धेश कदम से महाराष्ट्र प्रदूषण बोर्ड द्वारा मर्सिडीज कंपनी के निरीक्षण को लेकर हो रही आलोचना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास आलोचना का जवाब देने के लिए समय नहीं है, उनके पास काम है।
यह भी पढ़े- मुंबई को ताड़देव में मिलेगी पहली छात्र आवास परियोजना