मुंबई में बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार यानी की चौथे दिन भी जारी है। शुक्रवार को भी मुंबई की सड़को पर एक भी बेस्ट बस नहीं उतरी। शिवसेना की अोर कहा गया है कि सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इस मामले में मध्यस्थता करने पहुंचे और उन्होंने बेस्ट समिति के अध्यक्ष और मनपा आयुक्त से मुलाकात की।
बॉम्बे हाई कोर्ट में जनहित याचिका
बेस्ट की इस हड़ताल का अनुचित फायदा ऑटो और टैक्सी वाले उठा रहे हैं, वे यात्रियों कि मनमाना किराया वसूल रहे हैं। इन्हीं सब मामलों को देखते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी है। जिस पर सुनवाई शुक्रवार 11 जनवरी को होगी।
राज्य सरकार ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल महाराष्ट्र आवश्यक सेवा प्रबंधन अधिनियम (एमईएसएमए) लगाया। बेस्ट प्रशासन ने बुधवार को कार्रवाई के तहत 2,000 से अधिक कर्मचारियों को नोटिस जारी कर उपक्रम द्वारा प्रदान किए गए मकानों को खाली करने के लिए कहा था। जिसके बाद से ये आंदोलन और भी तेज हो गया।
'हड़ताल के लिए शिवसेना जिम्मेदार'
बेस्ट कृति समिति के शशांक राव का कहना है कि जब तक मामले का हल नहीं निकलेगा हम हड़ताल वापस नहीं लेंगे। सीधे-सीधे शिवसेना पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि इस हड़ताल की जिम्मेदार शिवसेना है। यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि अब इस मुद्दे पर किसी भी राजनीतिक दलों के नेता के साथ बातचीत नहीं होगी।
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