प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुंबई मेट्रो लाइन 5 के शिलान्यास समारोह के पांच साल से अधिक समय बाद भी इस परियोजना पर काम अभी भी पिछड़ा हुआ है। हाल ही में एक आरटीआई के जवाब के अनुसार, परियोजना की समय सीमा 1 मार्च, 2022 से बढ़ाकर 31 मार्च, 2025 कर दी गई है।
आरटीआई मे सामने आई जानकारी
मेट्रो परियोजना कार्यान्वयन शाखा ने कार्यकर्ता अनिल गलगली द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब में यह जानकारी दी। शुरू में, परियोजना को दो चरणों में विभाजित किया गया था। चरण 1 में ठाणे-भिवंडी खंड शामिल है, जबकि चरण 2 में भिवंडी-कल्याण खंड शामिल है।
चरण 1 का काम 1 सितंबर, 2019 को एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया था। इस चरण का निर्माण फरवरी 2020 में शुरू हुआ और 80% से अधिक काम पूरा हो चुका है। यह चरण ठाणे के कपूरबावड़ी से भिवंडी के धामनकर नाका तक 11.68 किलोमीटर के हिस्से को कवर करता है।
भिवंडी से कल्याण तक के लिए कोई टेंडर नही
हालांकि, भिवंडी से कल्याण तक फैले दूसरे चरण की शुरुआत नहीं हो पाई है, क्योंकि इसके लिए कोई टेंडर जारी नहीं किया गया है। इसके अलावा, 6 जून, 2023 को राज्य शहरी विकास विभाग ने धामनकर नाका और टेमघर के बीच 3 किलोमीटर लंबे भूमिगत मार्ग को मंजूरी दी। इससे परियोजना की लागत में 1,727 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
मेट्रो कॉरिडोर 15 स्टेशनों के साथ 24.90 किलोमीटर लंबा होगा। इसे ठाणे में कपूरबावड़ी जंक्शन को कल्याण में एपीएमसी मार्केट से जोड़ने वाले एलिवेटेड रूट के रूप में डिजाइन किया गया है। देरी के बावजूद इसकी अनुमानित लागत 898.19 करोड़ रुपये है। हालांकि, केवल 20.88 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
मेट्रो लाइन 5 मेट्रो लाइन-4 वडाला-कासरवदावली और मेट्रो लाइन 12 कल्याण-तलोजा से जुड़ेगी। एक बार चालू होने के बाद, यह क्षेत्र के निवासियों और श्रमिकों के लिए यात्रा में सुधार करेगा। एमएमआरडीए के अनुसार, मेट्रो से यात्रा के समय में 50% से 75% की कमी आने की उम्मीद है।
यह भी पढ़े- मुंबई के महालक्ष्मी मंदिर का 60 करोड़ रुपये की लागत से होगा नवीनीकरण