विलनिकरण की मांग को लेकर की मांग को लेकर एसटी निगम के कर्मचारी दो महीने से अधिक समय से हड़ताल पर हैं। एसटी कर्मचारियों की इस हड़ताल से एसटी निगम को गहरा धक्का लगा है। पता चला है कि एसटी निगम को 1,200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
कर्मचारियों की इस हड़ताल से एसटी का आवागमन बंद हो गया है और आम यात्रियों को परेशानी हो रही है।इस पृष्ठभूमि में, हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारियों से बार-बार काम पर उपस्थित रहने की अपील की गई है।
इस अपील के बावजूद हड़ताल में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।अब तक 2,000 से अधिक वेतनभोगी कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है और 3123 कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है।
हड़ताल पर एसटी निगम को 1,200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। रोजाना 300 से 400 कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं। श्रमिकों में सकारात्मक बदलाव से रोजगार में वृद्धि हुई है। नतीजतन प्रदेश भर के 250 डिपो में से 215 डिपो से यातायात शुरू हो गया है।ड्यूटी पर आने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा दी जा रही है।
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