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मुंबई अग्निशमन दल में कर्मचारियों की संख्या कम, तो वही 90 फिसदी इमारतो में अग्निरोधक यंत्र नहीं करते काम!

नियम के अनुसार हर 6 महीने में सोसायटियों को फायर ऑडीट कराकर फायर ब्रिगेड के पास जमा कराना होता है लेकिन इस नियम का पालन कम ही सोसायटी करती है।

मुंबई अग्निशमन दल में कर्मचारियों की संख्या कम, तो वही 90 फिसदी इमारतो में अग्निरोधक यंत्र नहीं करते काम!
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परेल के क्रिस्टल इमारत में आग लगने के कारण 4 लोगों की मौत हो गई तो वही दूसरी ओर 16 से भी अधिक लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था, फिलहाल अभी सभी की हालत स्थिर है। इमारत में आग लगने के बाद फायर ब्रिडगे ने कहा की इमारत में अग्निरोधक मशीन थी लेकिन वह काम नहीं कर रहे थे। जिसके कारण इस आग पर काबू पाने में समय लगा।

हर 6 महीने में करता होता है फायर ऑडीट
नियम के अनुसार हर 6 महीने में सोसायटियों को फायर ऑडीट कराकर फायर ब्रिगेड के पास जमा कराना होता है लेकिन इस नियम का पालन कम ही सोसायटी करती है। जिसके कारण सोसायटी में आग लगने के समय फायर इक्विपमेंट कई बार काम नहीं करते है। इसके साथ ही मुंबई में इमारतो में फायर इकक्विपमेंट के काम ना करने के कारण कई बार कई जगहों पर आग लगने की वारदातों पर काबू पाने में समय लगता है।

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90 फिसदी सोसायटियों में फायर इक्विपमेंट सही नहीं
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है की मुंबई में एक आकड़े के अनुसार 90 फिसदी सोसायटियों में फायर इक्विपमेंट सही तरिके से काम नहीं करते है। सोसायटी, बिल्डर और रहनेवाले लोगों की लापरवाही कारण आग की दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है। बिल्डर्स असोसिएशन आॅफ इंडिया के सदस्य आनंद गुप्ता ने मुंबई लाइव से बात करते हुए कहा सोसायटियों को हर 6 महीने में फायर ऑडिट कराना और उसे फायर ब्रिगेड के पास जमा करना अनिवार्य है , लेकिन कई सोसायटियां इन निमयों का पालन नहीं करती है। इसके साथ ही फायर ब्रिगेड भी इन सोसायटियों पर कार्रवाई नहीं करती है।

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99 फिसदी बिल्डर लगाते है फायर सेफ्टी इक्पमेंट
आनंद गुप्ता का कहना है की बिना फायर सेफ्टी इक्विपमेंट के ओसी नहीं मिलती है , इसलिए 99 फिसदी बिल्डर अपनी बिल्डींग में फायर सेफ्टी इक्विपमेंट लगाते है। लेकिन सोसायटी की ओर से इसकी समय समय पर देखभाल ना होने के कारण ये फायर सेफ्टी मशीन काम नहीं करते है।

सोसायटियां जरुरी सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीर नहीं
महाराष्ट्र सोसायटीज वेल्फेअर एसोसिएसन के अध्यक्ष रमेश प्रभू ने मुंबई लाइव से बात करते हुए कहा की सोसायटियां अभी भी आग रोकने के लिए जरुरी सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीर नहीं है। वाॅचमन, सुरक्षा रक्षक और लिफ्टमन को फायर इक्विपमेंट चलाने के लिए प्रशिक्षित नहीं किया जाता है। इसके साथ ही आग लगने की स्थिती में इमारत के पास 6 मीटर की जगह फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को जाने के लिए रखी जाती है, लेकिन इमारत में रहनेवाले उस जगह पर पार्किंग करने लगते है जिससे दमकल गाड़ियों को आने जाने मे दिक्कत होती है। रमेश प्रभू ने साथ ही ये भी कहां की मुबंई में लगभग 10 हजार इमारतो को ओसी नहीं मिली है।

दमकल विभाग के पास कर्मचारियों की कमी
मुंबई अग्निशमन दल के प्रमुख प्रभात रहांगदले ने मुंबई लाइव से बात करते हुए कहा की मुंबई में 90 फिसदी से भी ज्यादा इमारतों में फायर सेफ्टी इक्विपमेंट सहीं तरिके से काम नहीं करते है। मुंबई अग्निशमन दल में कर्मचारियों की संख्या कम है जिसके कारण हमे सभी इमारतो की जांच करने में समय लगता है, फिर भी हम जल्द ही इन सभी इमारतो का फायर आडिट चेक करेंगे।

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