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बांद्रा टर्मिनस भगदड़ मामले की जांच शुरु

रेलवे पुलिस ने रविवार सुबह बांद्रा रेलवे टर्मिनल पर हुई भगदड़ की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।

बांद्रा टर्मिनस भगदड़ मामले की जांच शुरु
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रेलवे पुलिस ने रविवार सुबह बांद्रा रेलवे टर्मिनल पर हुई भगदड़ की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। इस भगदड़ में दस यात्री घायल हो गये। इनमें से दो की हालत गंभीर है और घायलों का इलाज चल रहा है। रेलवे पुलिस ने सोमवार को पश्चिम रेलवे के बांद्रा टर्मिनस पर हुई भगदड़ की जांच शुरू कर दी। (Investigation begins into Bandra Terminus stampede case)

इस भगदड़ में 10 यात्री घायल हो गए। इनमें से दो की हालत गंभीर है और घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने घटना की प्रारंभिक जांच करने का भी फैसला किया है। रविवार सुबह तीन बजे बांद्रा-गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस बांद्रा टर्मिनस के प्लेटफार्म नंबर एक पर आ रही थी।

उसी समय कुछ यात्रियों ने एक्सप्रेस पर चढ़ने की कोशिश की। उस समय अफरा-तफरी और भगदड़ मच गयी। ट्रेन को सुबह साढ़े पांच बजे रवाना होना था। इस बीच रेलवे पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि घटना के समय पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल के सुरक्षा गार्ड स्टेशन पर मौजूद थे। लेकिन बांद्रा टर्मिनस पर बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने से वहां की व्यवस्था चरमरा गई।

इस हादसे में 10 लोग घायल हो गए। इंद्रजीत शाहनी (19) और नूर मोहम्मद शेख (18) गंभीर रूप से घायल हो गये। 10 घायलों में से सात को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनमें से तीन का इलाज किया गया और चिकित्सकीय सलाह के विरुद्ध उन्हें घर भेज दिया गया। अन्य घायल यात्रियों की हालत स्थिर है।

क्या हुआ था उस दिन

दिवाली और छठ पूजा के मौके पर बड़ी संख्या में नागरिक उत्तर भारत जा रहे हैं। बांद्रा टर्मिनस पर यात्रियों द्वारा चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश के दौरान दो व्यक्ति गिर गए और यह दुर्घटना हो गई। यार्ड से एक ट्रेन गोरखपुर के लिए प्लेटफार्म पर आ रही थी। वहीं, कुछ यात्रियों ने एक्सप्रेस ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर रुकने से पहले उसमें घुसने की कोशिश की, उसी समय यह हादसा हो गया।

यह ट्रेन सुबह साढ़े पांच बजे गोरखपुर के लिए रवाना होती है। लेकिन त्योहारी सीजन होने के कारण ट्रेन को तीन घंटे पहले ही प्लेटफॉर्म पर खड़ा किया जा रहा है ताकि यात्रियों को चढ़ने का समय मिल सके।  बांद्रा-गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस पूरी तरह से अनारक्षित थी। इसके चलते यात्रियों की भारी भीड़ लग गई। सीट पाने के लिए यात्री और उनके परिजन आपस में भीड़ गए थे। भगदड़ के बाद रेलवे सुरक्षा बल और पुलिस ने तुरंत घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।

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