समुंद्र से कचरा हटाने के लिए मुंबई पोर्ट ट्रस्ट ने अब एक नई मुहिम की शुरुआत की है। नाव के जरिए इन कटरों को उठाया जाएगा। इस काम के लिए ज्योतिकेअर बेनवेंलंट फाऊंडेशन ने वॉटर गार्बेज स्कूपर नाम की एक मशीन मुंबई पोर्ट ट्रस्ट को दी है। इस नई मशीन के जरिए एक बार में 30 से 40 किलो कचरा उठाया जा सकता है। गेटवे ऑफ इंडिया के पास घारापुरी (एलिफंटा), रेवस, मांडवा के लिए कई नाव आते जाते है। जिसके कारण कई बार समुंद्र में कचरा फैल जाता है।
मशीन 30 से
40किलो कचरा उठा सकती है
कई बार घारापुरी (एलिफंटा), रेवस, मांडवा जानेवाले यात्री कुछ खाने के बाद उसे समुंद्र में फेंक देते है। जिसके कारण समुंद्र में काफी कचरा फैल जाता है। ये सारा कचरा समुंद्र के किनारे आ जाता है और फिर एक जगह पर समुंद्र के किनारे ही जमा हो जाता है। हालांकी नई मशीन आने के कारण अब कचरों को साफ करने का काम और भी आसानी से हो सकता है। 225 किलो वजन के इस नाव को कोच्ची से लाया गया है। इस राउंड में ये मशीन 30 से 40किलो कचरा उठा सकती है।
फिलहाल दो ही नाव
फिलहाल मुंबई पोर्ट ट्रस्ट अपने पूराने नावों के सहारे ही कचरों को उठाता है। पोर्ट ट्रस्ट के पास दो नाव है। एक नाव समुंद्र किनारे कटरा उठाने का काम करती है तो वही दूसरी ट्रस्ट जवाहर द्वीप के पास तैनात है। एक आकड़े के मुताबिक मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के आसपास रोजाना 300 किलो कचरा जमा होता है।