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OMG: तो क्या राजनीतिक दबाव में बंद हो जाएंगे वन रूपी क्लिनिक?


OMG: तो क्या राजनीतिक दबाव में बंद हो जाएंगे वन रूपी क्लिनिक?
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राजनीति का खेल, अगर सही चले तो देश विकास पथ पर दौड़े और गलत चले तो 2 अप्रैल के जैसे देश भर में हिंसा सुलगे। अब इसी राजनीति का ही असर है कि मुंबई में शुरू वन रूपी क्लिनिक पर बंद करने का दबाव बनाया जा रहा है। बताइये अब भला इसमें किसी को क्या आपत्ति? जो वन रूपी क्लिनिक गरीब, मजलूमों और आपातकाल स्थिति में रेलवे यात्रियों के लिए बनाया गया था उसे ही बंद करवाया जा रहा है। वन रूपी क्लिनिक के संचालक राहुल घुले ने पत्र लिख कर सारी बातों से मध्य रेलवे को अवगत करा दिया है।

राजनीतिक दाबाव में क्लिनिक होंगे बंद  

आपको बता दें कि वन रूपी क्लिनिक को इसीलिए बनाया गया ही था कि आपातकालीन स्थिति में रेलवे यात्रियों की इलाज मुहैया हो सके। मरीजों को बेहद ही कम पैसे में अच्छा इलाज होने से इस योजना को अच्छा प्रतिसाद भी मिल रहा था। एक रिपोर्ट के अनुसार वन रूपी क्लिनिक के माध्यम से 50 हजार से अधिक मरीज उपचार का लाभ ले रहे थे और 1500 मरीजों को गोल्डन ऑवर में उपचार मिल रहा था। बावजूद इसके इसे बंद करने का राजनीतिक दबाव संचालक के ऊपर डाला जा रहा है।


एडवांस पैसे देने पर भी नहीं मिली ईएमआर  
 
संचालक राहुल घुले ने बताया कि यह सेवा मध्य रेलवे के 20 स्टेशनों पर वन रूपी क्लिनिक सेवा शुरू की गयी है,साथ ही 12 स्टेशनो पर ईएमआर (emergency medical room) भी शुरू किया गया है लेकिन अभी तक 8 ईएमआर की जगह हस्तांतरित नहीं किये गए हैं। जबकि 20 ईएमआर के लिए डिपॉजिट पैसे पहले से यानि पिछले साल अप्रैल महीने में ही जमा  करवा लिए गए थे।




शिफ्ट होंगे दूसरी जगह 

राहुल घुले द्वारा मध्य रेलवे को लिखे गए पत्र के अनुसार धीरे-धीरे मध्य रेलवे के सभी स्टेशनों पर ईएमआर बंद हो जाएगा। पत्र में घुले ने व्यथा व्यक्त करते हुए लिखा है कि वन रूपी क्लिनिक को दूसरे स्थान पर शुरू किया जायेगा।

सबसे पहले मुलुंड, वाशी और विक्रोली स्टेशनों पर वन रूपी क्लिनिक बंद होंगे। उसके बाद अन्य सभी क्लिनिक भी बंद हो जाएंगे। प्रशासन और राजनीतिक दलों के दबाव में हमने यह निर्णय लिया है। स्टेशनों पर क्लिनिक बंद होने पर इसे दूसरी जगह शुरू करने का प्रयास किया जायेगा।

डॉ. राहुल घुले, संचालक, वन रुपी क्लिनिक



मध्य रेलवे भी नहीं कर रही मदद 

घुले ने आगे बताया कि पश्चिमी रेलवे पर भी वन रूपी क्लिनिक शुरू किया जायेगा। उसके लिए हर महीना 2.5 लाख रूपये देने होंगे। मध्य रेलवे से किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिली। उसके बाद भी हम पर क्लिनिक को बंद करने का दबाव डाला जा रहा है।

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