पानी की कमी की समस्या से जूझ रहे मुंबईकरों को बीएमसी एक और झटका देने जा रही है। मुंबईकरों के लिए पानी महंगा होने की संभावना है। नवभारत टाइम्स को एक अधिकारी ने बताया कि पानी की दरें करीब 8 फीसदी तक बढ़ सकती हैं। इसलिए पीने का पानी महंगा होने की संभावना है। 2023 में भी बीएमसी ने 8% विकास दर का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इसे लागू नहीं किया जा सका। इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हस्तक्षेप करते हुए प्रस्ताव को रद्द करने का आदेश दिया।
क्या कहता है बीएमसी का नियम?
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी का नियम है कि हर साल पानी के दाम 8 फीसदी बढ़ेंगे। 2012 में बीएमसी ने नियम बनाया था कि बीएमसी को नया प्रस्ताव तैयार करना होगा और कमिश्नर की मंजूरी जरूरी होगी। बीएमसी हर तीन महीने में उपभोक्ताओं को पानी का बिल भेजती है। बकाया राशि नये बिल में जोड़ दी जायेगी।
महंगा हो सकता है पानी?
बीएमसी सात झीलों से मुंबईकरों को रोजाना 3850 एमएलडी पानी की आपूर्ति करती है। यह पानी ठाणे, पालघर और नासिक जिलों से लगभग 100 किमी लंबी पाइपलाइनों के माध्यम से आता है। बीएमसी का कहना है कि जल आपूर्ति के लिए प्रशासनिक लागत के साथ-साथ ऊर्जा और जल उपचार लागत में भी वृद्धि हुई है।
जिस कीमत पर जनता को पानी की आपूर्ति की जाती है वह बहुत मामूली दर है। जबकि बीएमसी लोगों को पानी मुहैया कराने के लिए कई गुना ज्यादा खर्च करती है। पानी की दरें बढ़ने के बाद बीएमसी को सालाना करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
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