विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को फाइनेंस करने वाले आरोपी नजमुद्दीन नामके शख्स को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि नजमुद्दीन संदिग्ध तरीके से जाकिर नाइक की आर्थिक मदद करता था। और इन्हीं पैसों से जाकिर नाइक वीडियो और अन्य चीजे बना कर एक विशेष समुदाय को कट्टरपंथी बनाने का काम करता था।
आपको बता दें कि करीब दो साल पहले बांग्लादेश में हुए एक आतंकियों द्वारा किये गए एक ब्लास्ट के बाद से ही जाकिर नाइक का नाम सामने आया था। जिन आतकियों ने ब्लास्ट किया था उनके पास से जाकिर नाइक के उपदेश देते हुए वीडियो मिले थे। जांच में यह भी पता चला कि आतंकी नाइक के उपदेशों से प्रभावित थे। इसके बाद से ही भारत सरकार ने नाइक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशनपर प्रतिबंध लगा दिया था।
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इस मामले की जांच कर रही एनआईए के मुताबिक डॉ. नाईक अपने उपदेशों के द्वारा एक विशेष समुदाय को कट्टरपंथी बना रहा है साथ ही वह भारत और भारत के बाहर मुस्लिम युवकों को आतंकवाद की ओर प्रेरित करने का भी काम कर रहा है।
शिकंजा कसता देख नाइक मलेशिया भाग गया, हालांकि भारत उसके प्रत्यपर्ण में जुटा है लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली।
यही नहीं नाइक के खिलाफ साल 2016 में एंटी टेरर लॉ के तहत केस भी दर्ज किया गया और उसे जून 2017 में अपराधी घोषित करदिया गया। इसके अलावा इडी ने मुंबई और पुणे में नाइक की लगभग 16 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को जब्त भी किया है।
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