सनातन संस्था ने झाड़ा पल्ला कहा, जितनी भी गिरफ्तारियां हुई हमारा कोई लेना देना नहीं

संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने संस्था पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते हुए इसे हिंदुओ के प्रति बदले की भावना से प्रेरित राजनीती बताया। साथ ही आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के कार्यकर्ता सनातन संस्था को जानबूझकर बदनाम कर रही है।

सनातन संस्था ने झाड़ा पल्ला कहा, जितनी भी गिरफ्तारियां हुई हमारा कोई लेना देना नहीं
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एटीएस और सीबीआई द्वारा कथिततौर पर हिंदू कट्टरवादी संगठन सनातन संस्था के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद अब सनातन संस्था ने भी अपना पक्ष रखा है। संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने संस्था पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते हुए इसे हिंदुओ के प्रति बदले की भावना से प्रेरित राजनीती बताया। साथ ही आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के कार्यकर्ता सनातन संस्था को जानबूझकर बदनाम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि जिन 9 लोगों की गिरफ्तारियों हुई हैं उनसे सनातन का कोई लेना देना नहीं है।


'हमारे खिलाफ साजिश'

कथिततौर पर जितनी भी गिरफ्तारियां हुई उनमे सनातन संस्था का भी नाम आता देख सोमवार को संस्था के प्रवक्ता ने पत्रकारों से बात कर सफाई पेश की। प्रवक्ता चेतन राजहंस ने कहा कि एटीएस और सीबीआई द्वारा जितनी भी रिपोर्ट बनाई गयी है या एफआईआर दर्ज किये गए हैं अब तक किसी में भी प्रयत्क्ष रूप से सनातन संस्था का नाम नहीं आया है। इसके बाद भी कुछ लोग सभी गिरफ्तारियों के पीछे सनातन संस्था का नाम जोड़ने कर संस्था को बदनाम कर रहे हैं जो कि पूरी तरह से गलत है, यह हमें बदनाम करने की कोशिश है।

'समाज को बांटने वाला कोई कार्य नहीं किया'

उन्होंने आगे कहा कि हमारी संस्था पिछले 27 सालों से हिंदू आध्यात्म के क्षेत्र में काम कर रही है, हमारे हजारों की संख्या में अनुयायी हैं, इस झूठे प्रचार से सभी की भावनाएं आहत हो रही है। हमने आज तक कोई ऐसा कार्य नहीं किया जिससे सामाजिक शांति को कोई ठेस पहुंचे।

'तो फिर प्रतिबंध क्यों?'

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब हमारी संस्था का नाम अभी तक प्रत्यक्ष रूप से कहीं नहीं आ रहा है तो हम पर प्रतिबंध लगाने या हमें बैन करने की बात क्यों और किस आधार पर की जा रही है?

'गिरफ्तारियों से कोई लेना देना नहीं'

राजहंस ने दावा किया कि हमने कुछ लोगों के द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है इसीलिए वही लोग आज हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अंनिस (अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति) हमे जानबूझ कर बदनाम कर रही है। अब तक जितनी भी गिरफ्तारियां हुई हैं उनसे संस्था का कोई लेना देना नहीं है।

क्या था मामला?

कुछ दिन पहले नालासोपारा में एटीएस ने कार्रवाई करते हुए वैभव राउत नामके एक शख्स के घर से हथियारों का जखीरा बरामद किया था, इसके बाद एक-एक करके कुल 9 लोगों को एसटीएस और सीबीआई ने गिरफ्तार किया। आरोप लगाया गया कि कुछ कट्टर हिंदू संगठन कुछ राज्यों में बम ब्लास्ट करना चाहते थे।यही नहीं मामला उस समय और भी गंभीर हो गया जब इस मामले के तार डाॅ. दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी, गौरी लंकेश जैसे बुद्धजीवियों की हत्या से भी जुड़ने का भी अंदेशा  सीबीआई ने जताई।

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