मुंबई (Mumbai) की पहचान वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान (veer mata jijabai bhosle udyan) और चिड़ियाघर (zoo), जिसे लोग रानी बाग (rani bagh) के नाम से भी जानते हैं, अब लोगों के लिए ऑनलाइन भी उपलब्ध है। कोई भी इसे यूट्यूब पर 'द मुंबई जू' सीरीज के नाम से सर्च करके देख सकता है।
सीरीज का नाम 'वर्चुअली वाइल्ड: द वर्चुअल टूर ऑफ रानी बाग' है। इसके माध्यम से रानी बाग का 160 से अधिक वर्षों का इतिहास, कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं, कहानियां, यादें दुनिया के सामने दिखाई जाएंगी। श्रृंखला का पहला भाग, 'रानी बाग का इतिहास', अतिरिक्त नगर आयुक्त अश्विनी भिड़े द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर प्रदर्शित किया गया था।
वर्तमान में प्रदर्शित होनेे वाले पहले भाग में रानी बाग के निर्माण, इतिहास और कई अनछुए इतिहास को दिखाया गया। जबकि दूसरे भाग में यहां रखे जाने वाले जानवरों, पक्षियों, पौधों और उनकी प्रजातियों की जानकारी, सहित कुछ मजेदार कहानियों की जानकारी दी जाएगी।
एक अधिकारी ने कहा कि, लोगों के मन में प्रकृति के प्रति समरसता पैदा करने के उद्देश्य से डॉक्यूमेंट्री सीरीज बनाई गई है। जिसका उद्देश्य लोगों को रानी बाग के ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करना, पर्यटन क्षेत्र में इनके महत्व, अंतरराष्ट्रीय मानक प्रथाओं, प्राकृतिक संसाधनों, घर पर जैव विविधता के बारे में जानकारी देना है।
इस बीच, संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा लागू की गई पशु गोद लेने की योजना को नागरिकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की तरफ से कहा गया है कि जानवरों को गोद लेने वाले लोगों की संख्या जानवरों की संख्या से अधिक है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में 5 बाघ, 13 तेंदुए और 2 शेर हैं। इनके लिए क्रमश: 7, 14 और 3 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 8 तेंदुए और 2 बाघों को कुछ महीने पहले गोद लिया गया है। 3 वाघाटी (जंगली चित्तीदार बिल्ली) के लिए 5 आवेदन प्राप्त हुए हैं। 3 नीलगाय, 9 बारासिंगा और 35 हिरण के लिए भी आवेदन प्राप्त हुए हैं।
बाघ और शेर पिछले दो साल से गोद लेने का इंतजार कर रहे हैं। पशु गोद लेने वालों को प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं और पशु पिंजरों से भी जुड़े होते हैं। हर 15 दिन में गोद लेने वाले अभिभावक को जानवर को दूर से देखने का मौका दिया जाता है।