सर्दी बुखार और डेंगू के मरीज आमतौर पर बरसात के मौसम में बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। लेकिन पर्यावरण में बदलाव के कारण इस साल पूरे साल में छिटपुट रूप से मरीज पाए गए हैं। इसलिए पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन सर्दी बुखार के मरीजों की संख्या में कमी आई है। हालांकि सर्दी बुखार और डेंगू से होने वाली मौतों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है।
सर्दी की गर्मी से बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। इन उपायों से कुछ हद तक सफलता भी मिल रही है। जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 2024 में राज्य में सर्दी बुखार के 15,670 मरीज पाए गए, जिनमें से 18 लोगों की मौत हो गई। पिछले साल सर्दी बुखार के 19,968 मामले पाए गए थे और 23 लोगों की मौत हुई थी। इसलिए, इस साल पिछले साल की तुलना में मरीजों की संख्या में लगभग 4,000 की कमी आई है। साथ ही हताहतों की संख्या में भी कमी आई है।
मुंबई में सबसे ज्यादा 7,806 मरीज मिले हैं, उसके बाद गढ़चिरौली में 6,576 मरीज मिले हैं। साथ ही, सर्दी की वजह से गढ़चिरौली में सबसे ज्यादा 13 मौतें हुई हैं। इनमें मुंबई में 5, रायगढ़ में दो और ठाणे में एक व्यक्ति की मौत हुई है।हालांकि सर्दी के मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है। लेकिन मरने वालों की संख्या में कमी आई है।
राज्य में 2024 में डेंगू के 19,160 मामले सामने आए हैं और 26 लोगों की मौत हुई है। लेकिन पिछले साल राज्य में डेंगू के 19,034 मामले सामने आए थे, जबकि 55 लोगों की मौत हुई थी। इसलिए, हालांकि इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने मौतों को रोकने में कुछ हद तक सफलता हासिल की है।
डेंगू के सबसे ज्यादा मामले मुंबई में 5,851, कोल्हापुर में 1,238, नासिक में 1,195, रायगढ़ में 737, पालघर में 565, सतारा में 542, नागपुर में 446 और चंद्रपुर में 425 हैं। साथ ही, डेंगू से सबसे ज्यादा यानी पांच मौतें मुंबई में हुई हैं। इनमें रायगढ़ में चार और लातूर और नागपुर में दो-दो लोगों की मौत हुई है।
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