Advertisement

प्राइवेट अस्पतालों की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीज अधिक संख्या में हो रहे हैं ठीक

आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में अब तक 8074 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। इन सभी में 6124 लोग ऐसे थे जो सरकारी अस्पताल में दाखिल थे जबकि 1227 लोग प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज कराया था।

प्राइवेट अस्पतालों की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीज अधिक संख्या में हो रहे हैं ठीक
SHARES


अकसर सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था को लेकर नाक-भौ सिकोड़ने वाले लोग इस आंकड़े को देखकर अपना नजरिया बदल सकते हैं। आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में अब तक 8074 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। इन सभी में 6124 लोग ऐसे थे जो सरकारी अस्पताल में दाखिल थे जबकि 1227 लोग प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज कराया था। आंकड़े के अनुसार सरकारी अस्पतालों में ठीक होने वाले मरीजों की संखया प्राइवेट अस्पतालों की अपेक्षा 4 गुनी अधिक है।

केईएम, सायन और नायर के अलावा, राजावाड़ी, कूपर, भगवती, शताब्दी और भाभा जैसे सरकारी अस्पताल कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इसके अलावा प्राइवेट अस्पताल जैसे सेवेन हिल्स में भी कोरोना रोगियों के ठीक होने की दर अधिक है।

वर्तमान समय में सरकारी अस्पताल कोरोना रोगियों से भरे हुए हैं।  इन अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की कमी के कारण प्रशासन ने अब निजी अस्पतालों के 80 फीसदी बेड को कोरोना मरीजों के आरक्षित रखने का निर्णय किया है। साथ ही बीकेसी, गोरेगांव में एक से दो हजार बेड की क्षमता वाले अस्पताल जैसी सुविधा वाले आईसोलेशन सेंटर भी बनाये गए हैं।

BMC द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, नगरपालिका और निजी अस्पतालों में 1 से 10 वर्ष के आयु वाले कोरोना मरीजों की कुल संख्या 481 है। उनमें से 155 को छुट्टी दे दी गई है। जबकि 10 से 29 आयु वाले रोगियों की संख्या 5,317 है, जिनमें से 1,912 को छुट्टी दे दी गई है। साथ ही, 30 से 49 आयु वाले रोगियों की संख्या 9,299 है, जिनमें से 2,852 को छुट्टी दे दी गई है। इसके अलावा 50 से 69 आयु वर्ग वाले रोगियों की संख्या 7,131 है, जिनमें से 1,583 को छुट्टी दे दी गई है। और 70 आयु वर्ग वाले रोगियों की संख्या 1,679 है, जिनमें से 249 को छुट्टी दे दी गई है।जबकि 30 से 49 वर्ष के आयु वर्ग में कोरोना के रोगियों की संख्या 9 हजार 299 है।  इसके बाद 50 से 69 वर्ष के आयु वर्ग के 7,131 मरीज आते हैं।  10 वर्ष से कम आयु के बच्चों के साथ रोगियों की सबसे कम संख्या 55 है।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें