शहर में मानसून से पहले सर जेजे अस्पताल ( JJ Hospital) ने मौसम के दौरान जलभराव से बचने के लिए कमर कस ली है। अस्पताल के अधिकारियों ने मंगलवार 24 मई को लोक निर्माण विभाग के साथ बैठक में पंप लगाने से लेकर दीवारों के निर्माण और सीवेज पाइप की चौड़ाई बढ़ाने जैसे कई उपायों पर चर्चा की।
मुंबई की बारिश के कारण अस्पताल को हर साल दो चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।मुख्य भवन निचले इलाके में है, जिससे अन्य इमारतों का पानी जमा हो जाता है वहां पर मानसून से संबंधित बीमारियों से पीड़ित मरीज और मुख्य भवन क्षेत्र और भूतल में जलभराव, जिसमें पिछले दो वर्षों में पानी भर गया था।
एक अधिकारी ने कहा कि मुख्य भवन के भूतल में एमआरआई, सीटी स्कैन और सोनोग्राफी विभाग के साथ-साथ एक आपातकालीन वार्ड भी है जहां गंभीर रोगियों को विशिष्ट विभागों में स्थानांतरित करने से पहले भर्ती कराया जाता है।बैठक में मुख्य भवन में अत्यधिक पानी जमा होने के कारणों का पता लगाने पर भी ध्यान दिया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने जलभराव से बचने के लिए वाटर पंप लगाने का भी सुझाव दिया है।इसके अलावा जरूरत पड़ने पर अस्पताल दीवार बना देगा या बारिश के पानी को डायवर्ट करने का रास्ता बनाएगा। बीएमसी अधिकारी ने कहा कि उन्होंने उस स्थान की पहचान कर ली है जहां जलभराव की समस्या हो सकती है और नागरिक इससे निपटने के लिए पानी के पंप लगाने की योजना बना रहे हैं।
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