भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने महाराष्ट्र विधान परिषद (MLC) चुनाव के लिए अपने चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में ये चुनाव 21 मई को होने वाले हैं।
विपक्षी दल के पास इस समय 105 विधायक हैं और राज्य विधानसभा में 115 विधायकों का समर्थन चाहिए होता है। पार्टी ने राज्य विधान परिषद चुनाव के लिए शुक्रवार को चार उम्मीदवारों की सूची जारी की। इस सूची में महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम विजयसिंह मोहित पाटिल के बेटे बीजेपी नागपुर चीफ प्रवीण दटके, गोपीचंद पडलकर, अजीत गोपाडे और रंजीतसिंह मोहित पाटिल शामिल हैं।
इससे पहले, शिवसेना ने पहले ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की उम्मीदवारी को अंतिम रूप दे दिया है और महाराष्ट्र विधान परिषद के उपाध्यक्ष नीलम गोर्हे को नामित किया है। कांग्रेस और एनसीपी ने अभी अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं किया है।
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (MVA) नेताओं के और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की अपील के बाद चुनावों की घोषणा की। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 11 मई है और नाम वापस लेने की तारीख 14 मई है। मतदान के नतीजे एक ही दिन में निकलेंगे।
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे चुनाव लड़ने वाले अपने परिवार से दूसरे सदस्य होंगे। इसके पहले शिवसेना के टिकट पर वर्ली विधानसभा क्षेत्र से आदित्य ठाकरे ने 2019 में विधानसभा का चुनाव लड़ कर जीत हासिल कर चुके हैं।
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर, 2019 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और वह सदन - विधान सभा या परिषद के सदस्य नहीं हैं। राज्य विधानसभा के दोनों सदनों में से किसी एक के निर्वाचित होने की समय सीमा 27 मई है।
इस बीच, एमवीए छह सीटों पर चुनाव लड़ सकती है जिसमें तीनों पार्टी के दो-दो उम्मीदवार मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, भाजपा चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और उसी के लिए 116 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
कांग्रेस के एक सूत्र ने जानकारी दी कि चुनाव को निर्विरोध आयोजित करने की कोशिश की जा रही है।