विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले राज्य सरकार ने जल्दबाजी में फैसला लेते हुए राज्यपाल द्वारा नियुक्त किए जानेवाले 12 विधानपरिषद सदस्यों मे से 7 सदस्यों के नाम की सिफारिश कर दी है। इसमें बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष चित्रा वाघ, प्रदेश महासचिव विक्रांत पाटिल और पोहरादेवी के पुजारी बाबूसिंह महाराज राठौड़ का नाम शामिल है। (Chitra Wagh, Pankaj Bhujbal may get Legislative Council membership)
राज्यपाल के पास मंजूरी
शिंदे गुट के कोटे से पूर्व सांसद हेमंत पाटिल और प्रवक्ता डॉ. मनीषा कायंदे तो वही अजित पवार गुट से पंकज भुजबल तथा इदरीस नाइकवाडी को उम्मीदवार बनाया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मंजूरी मिलने के बाद फाइल को राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेज दिया गया है, लेकिन देर रात तक नियुक्ति आदेश जारी नहीं हुए।
12 में से पांच सीटें अभी भी आरक्षित हैं। सूत्रों ने बताया कि महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान इन सीटों पर दावेदारों की उम्मीदें बरकरार रखने के लिए यह फैसला लिया गया था। उन्हें तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंजूरी नहीं दी थी। शिंदे-फडणवीस सरकार ने 12 नामों की पिछली सूची वापस ले ली और अब सात नए नामों की सिफारिश की गई है।
नाम वापस लेने के पिछली सरकार के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है और याचिका लंबित है। कोर्ट ने उम्मीद जताई थी कि जो नियुक्तियां ढाई साल में नहीं हुईं, वे एक महीने में हो जाएंगी और नियुक्तियां नहीं रोकी गईं, इस संबंध में महाधिवक्ता ने कोर्ट में बयान भी दिया था।
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