महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की दोहरी भूमिका निभा रहे कांग्रेस नेता बालासाहब थोराट जल्द ही अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं। कहा जा रहा है कि, इस बबात हाई कमान की तरफ से एक नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
वर्तमान में, बालासाहेब थोराट राजस्व मंत्री भी हैं और कांग्रेस विधिमंडल के नेता भी हैं, साथ ही वे पहले से ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की जवाबदारी भी निभा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि, पार्टी को पूर्णकालिक समय के लिए अध्यक्ष देना चाहिए, ताकि हाशिये पर पड़े कार्यकर्ताओं में एक बार फिर से उत्साह का संचार हो सके और पार्टी नए जोश के साथ काम करना शुरू कर दे। इसलिए, हाईकमान से आदेश आने से पहले ही बालासाहेब थोराट इस पद से इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं।
चूंकि बालासाहेब थोराट अभी दिल्ली में हैं, इसलिये यह कहा जा रहा है कि, वे कांग्रेस पार्टी प्रभारी और आलाकमान से मिलने के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। भले ही थोराट इस्तीफा दे दें, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या हाई कमान उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त करता है? क्योंकि थोराट के नेतृत्व में कांग्रेस ने इस बार विधानसभा चुनाव में 44 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की और महाविकास आघाड़ी में शामिल होने के श्रेय भी थोराट को जाता है। इसी की वजह से कांग्रेस आज सत्ता मे है।
गौरतलब है कि, कुछ दिन पहले ही हाई कमान ने भाई जगताप को मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुना। उसके बाद, कांग्रेस ने भी अपने दम पर मुंबई महानगर पालिका (BMC) चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि अगर इसी तरह से राज्य में कांग्रेस संगठन में बदलाव होता है, तो पार्टी ग्राम पंचायत चुनावों के साथ-साथ स्थानीय निकाय चुनावों में लाभ उठा सकती है। इसीलिए कांग्रेस पार्टी में यह मांग उठ रही है कि, प्रदेश अध्यक्ष के रूप में एक ऐसा नेता होना चाहिए जो पार्टी के काम पर पूरा ध्यान दे।
विधान सभा के अध्यक्ष नाना पटोले ने कुछ दिन पहले खुले तौर पर राज्य अध्यक्ष पद के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की थी। हालांकि, पटोले के साथ, नितिन राउत, यशोमति ठाकुर और अमित देशमुख के नाम पर भी प्रस्ताव रखे गए हैं।