अभी हाल के दिनों तक मराठा आरक्षण के लिए सरकार के खिलाफ पूरे महाराष्ट्र में बंद का हड़ताल करने वाली महाराष्ट्र क्रांती सेना ने अपना समर्थन बीजेपी-शिवसेना को देने का निर्णय किया है। रविवार को यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में हुए एक कार्यक्रम में क्रांति सेना ने महायुती को समर्थन देने का फैसला किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े और परिवहन मंत्री दिवाकर रावते भी उपस्थित थे।
राज्य में 15 सीटों पर महाराष्ट्र क्रांति सेना ने चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इस पार्टी का मुख्य उद्देश्य मराठा समाज को 16 फीसदी आराक्षण दिलाना है। अब अपनी मांग को सरकार के भरोसे छोड़ते हुए क्रांति सेना ने बीजेपी-शिवसेना को समर्थन देने का फैसला किया।
महाराष्ट्र क्रांती सेना के अध्यक्ष सुरेश पाटील ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य मराठा समाज को आरक्षण दिलाना है। अभी तक यह मामला कोर्ट में है इसीलिए महाराष्ट्र क्रांती सेना महायुती में सहभागी होने का निर्णय लिया है।
महायुति की तरफ से कहा गया कि महाराष्ट्र क्रांति सेना ने लोकसभा के लिए अपना उम्मीदवार उतारा था लेकिन अब वे सभी अपना आवेदन वापस ले लेंगे। इसी तरह हम भी अपने किये गये वादों में पीछे नहीं हटेंगे और मराठा समुदाय आरक्षण देकर ही रहेंगे।