नरीमन प्वाइंट - बीएमसी चुनाव को लेकर माहौल गरम है, सभी पार्टियां अपने अपने स्तर से चुनावी प्रचार में जुटी हैं। इस दौरान आरोप प्रत्यारोप का दौर सिर चढ़कर बोल रहा है, फिर इसमें एनसीपी कहां पीछे रहने वाली थी।
शिवसेना सत्ता से बाहर नहीं है, उल्टा दोनों पार्टियां सत्ता के लिए एकत्र आने वाली हैं, इस तरह का आरोप एनसीपी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे ने बीजेपी-शिवसेना पर लगाया है। जिस तरह से दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का गेम खेल रही हैं, उससे राजनीति को स्तर को निरंतर गिर रहा है।
साथ ही तटकरे ने कहा है कि बीजेपी मध्यावधि चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा कभी नहीं देखा गया कि मुख्यमंत्री निकाय चुनावों में उतरे हों। पर आज यह समझ से परे है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य के सीएम हैं, या फिर सिर्फ बीजेपी के सीएम हैं? पर इसका असर राज्य के कारभार और शासकीय कामकाजों में जरुर पड़ रहा है।
सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक इटरव्यू में कहा था कि अगर मध्यावधि चुनाव होते हैं, तो एनसीपी पूरी तरह से तैयार है। इस मुद्दे को एनसीपी बढ़चढ़कर पिरोना चाहती है, उसी का नमूना आज सुनील तटकरे के वक्तव्य में देखने को मिला है।