परेल - जहां एक तरफ बीएमसी के कई अधिकारी शहर के सड़को पर पड़े गड्ढे को लेकर जांच के दायरे में आ गए तो वही दूसरी तरफ बीएमसी के कुछ अधिकारी कचरे से बायोगैस बनाने का प्रयत्न कर रहे है।
बीएमसी एफ पश्चिम के सहायक आयुक्त विश्वास मोटे इन दिनों कचरे से बायोगैस बना रहे है। एफ पश्चिम वार्ड के अधिकारियों ने कैंटिंन में पड़े 5 किलों कचरे से 4 घंटे तक चलनेवाली बिजली तैयार करने की कोशिश की है। विश्वास मोटे का प्रयोग सफल हो जाने से एफ- दक्षिण विभाग के लालबाग, परल, शिवडी, कालाचौकी, दादर, नायगांव परिसर के 122 होटल में 4 मेट्रिक टन कचरे से गैस तयार करने वाला प्रकल्प भी अब तैयार किया जाएगा।