बृहन्मुंबई नगर निगम और इसके वृक्ष प्राधिकरण मेक अर्थ ग्रीन अगेन (एमईजीए) फाउंडेशन के साथ मिलकर मुंबई में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के किनारे 200 बहावा के पेड़ लगा रहे हैं। इसका लक्ष्य शहर के हरित क्षेत्रों को बढ़ाना और पर्यावरण संतुलन को बहाल करना है। (Akshay Kumar inaugurates 200 trees for BMC's urban afforestation project)
यह पौधारोपण आज सुबह 24 जून को सुबह 9 बजे बांद्रा के खेरवाड़ी में किया गया। नगर आयुक्त-प्रशासक भूषण गगरानी और बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने 200 बहावा के पेड़ लगाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
#AkshayKumar participates in a 300-trees plantation drive at Western Express Highway, Mumbai.
Fun part: Lehenga mast pehna hai 😂 pic.twitter.com/lfAOts7xJF— $@M (@SAMTHEBESTEST_) June 24, 2024
कुमार की भागीदारी उनके दिवंगत माता-पिता हरिओम और अरुणा भाटिया को श्रद्धांजलि है। डिप्टी कमिश्नर विश्वास मोटे, मेगा फाउंडेशन की डॉ. अनुषा श्रीनिवासन अय्यर और नगर निगम पार्क विभाग के अन्य प्रमुख अधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।
.@akshaykumar sir obliged all his fans and clicked selfies after planting a tree in Mumbai pic.twitter.com/E7QmXsWlCC
— Faridoon Shahryar (@iFaridoon) June 24, 2024
बहावा के पेड़ों को उनके पर्यावरणीय लाभों और चक्रवात तौकते से हुए नुकसान को दूर करने के लिए चुना गया था, जिसके परिणामस्वरूप शहर में कई पेड़ नष्ट हो गए थे। इस परियोजना को "पेड़ों की जड़ को स्वीकार करें और प्रकृति के संरक्षक बनें" के रूप में जाना जाता है।
अनिल कपूर, अभिषेक बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा, अनुपम खेर, अजय देवगन और बप्पी लाहिड़ी सोनू निगम, संग्राम सिंह, रणवीर शौरी और उनके बेटे हारून शौरी, रोहित शेट्टी, हेमा मालिनी, सोनाक्षी सिन्हा और आयशा जुल्का जैसे प्रमुख लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में "पेड़ों की जड़ को स्वीकार करें और प्रकृति के माता-पिता बनें" अभियान के लिए बहुत समर्थन व्यक्त किया है।
बहावा के पेड़ों की पंखुड़ियाँ चमकीले पीले रंग की होती हैं और ये स्वाभाविक रूप से मानसून के आगमन का संकेत देती हैं। मुंबई में पहले से ही 4,500 से ज़्यादा बहावा के पेड़ हैं और 200 और जुड़ने से यह संख्या और बढ़ जाएगी। ये पेड़ 40 फ़ीट तक ऊँचे हो सकते हैं, जो भरपूर छाया प्रदान करते हैं और हवा की गुणवत्ता में सुधार करते हैं। पश्चिमी एक्सप्रेसवे पर इनकी मौजूदगी से इलाके की खूबसूरती भी बढ़ेगी। इस परियोजना से न केवल शहर की हरियाली बढ़ेगी बल्कि हवा की गुणवत्ता और सौंदर्य में भी सुधार होगा।