नाना पाटेकर का फेमस डायलॉग तो आपने सुना ही होगा, ‘साला एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है’ हिजड़ा बनाने का तो पता नहीं, पर हां एनोफिलीज प्रजाति के मादा मच्छर के काटने से मलेरिया जरूर होता है। जो आपको मौत के मुंह तक भी ले जा सकता है। बारिश जिस तरह से लोगों के लिए मुस्कान लेकर आती है, उसी तरह बीमारियों की सौगात भी लेकर आती है। जरा सी लापरवाही और गंदगी आपको स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से मिलवा सकती है।

एनबीटी में छपी खबर के मुताबिक इस साल (जनवरी से लेकर अभी तक) मलेरिया से 5 लोगों की मौत हुई है और 2338 मामले सामने आए हैं। पिछले साल की बात करें तो मलेरिया से 12 लोगों की मौत हुई थी और 5845 मामले सामने आए थे।
मलेरिया के लक्षण
- मलेरिया के लक्षण एनोफिलीज प्रजाति के मादा मच्छर के काटने के 10वें दिन से शुरू होते हैं और 4 सप्ताह तक बने रहते हैं। इसके लक्षण 5 साल से कम आयु के बच्चों में ज्यादा गंभीर होते हैं।
- मलेरिया होने पर बुखार, कंपकंपी, खांसी-जुकाम, भूख ना लगना, उल्टियां आना, पेट में दर्द होना, हाइपोथर्मिया और सांस तेज चलना ये लक्षण उभरकर सामने आते हैं।
- अगर बीमार व्यक्ति की उम्र 5 साल से अधिक है तो उसमें और वयस्क में एक समान लक्षण होंगे। यह लक्षण फ्लू की तरह होते हैं। इसमें तेज बुखार, 48 घंटे के अंदर कंपकंपी होना, पसीना आना, सिरदर्द, ठंड लगना, भूख ना लगना उल्टी आना आदि शामिल है।
- मलेरिया में बुखार एक दिन छोड़कर आता है। अगर एक दिन बुखार आता है तो अगले दिन शायद न भी आए।
बारिश के पानी से जरा बचके

बारिश के मौसम में मलेरिया उफान में होता है। इसकी वजह है जगह जगह पानी का एकत्र होना और उसमें मच्छर का पैदा होना। इसलिए आपको चाहिए कि बारिश के मौसम में कुछ सावधानियां बरतें।
- बारिश का पानी कहीं भी जमा ना होने दें।
- गमले को साफ करें और उसका पानी बदलते रहें।
- अगर आपकी खिड़की से बारिश का पानी घर के अंदर आता है त तो उस पानी को किसी भी तरह से घर में आने से रोकें। प क्योंकि इस पानी की वजह से घर में नमी होगी और मच्छर जन्म लेगा।
- खाना और पानी कभी भी खुला ना रखें।
मलेरिया होने पर सावधानियां
- मलेरिया होने पर बीमार व्यक्ति को आराम करना चाहिए।
- पानी उबालकर पिएं।
- हल्का और हेल्दी भोजन करें।
- इस मौसम में बाहर का खाना या जंक फूड न लें।
- खाना खाने से पहले अपने हाथ अच्छीफ तरह से साफ कर लें।
- दवाइंयां डॉक्टर की सलाह पर लें, साथ ही अगर शरीर में पानी की कमी हो गई है तो तत्काल हॉस्पिटल में एडमिट हो जाएं। अधिक देरी करने से जान भी जा सकती है।