चुनाव आयोग ने शिवसेना ( shiv sena) के धनुष-बाण चिन्ह को सील कर दिया है, जिससे उद्धव ठाकरे( uddhav thackeray) के लिए चुनौती बढ़ गई है। वे अंधेरी विधानसभा उपचुनाव के लिए शिवसेना के नाम का भी इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसलिए ठाकरे गुट को दूसरे चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ना होगा। ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग के सामने तीन प्रतीकों और तीन नामों का प्रस्ताव भेजा है।
चुनाव आयोग से चुनाव चिह्न को लेकर मांग
उधर, शिंदे गुट ने भी रविवार को वर्षा बंग्ला में एक बैठक की। इस बैठक में भी शिंदे गुट ने नए चिन्ह और नाम पर चर्चा की। शिंदे गुट चुनाव चिन्ह को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर अपने विकल्प का ऐलान करने जा रहा है। शिंदे गुट आज चुनाव आयोग से चुनाव चिह्न को लेकर मांग करने जा रहा है। वर्तमान विधायकों और सांसदों ने अधिकार दिया है कि सभी निर्णय एकनाथ शिंदे को लेने चाहिए।
एकनाथ शिंदे गुट चुनाव आयोग से उगते सूरज, तुरही, तलवार और गदा के प्रतीकों में से एक की मांग करने जा रहा है। इससे पहले शिंदे गुट भी उगते सूरज, मशाल और त्रिशूल के प्रतीकों में से एक की मांग कर चुका है।
चुनाव आयोग अब क्या फैसला करेगा, इस पर दोनों गुटों की नजर है। समझा जाता है कि इस बैठक में अंधेरी उपचुनाव लड़ने पर भी चर्चा हुई। बैठक में शिंदे गुट के विधायक और मंत्री शामिल हुए। शिवसेना के नाम और धनुष-बाण चिन्ह को फ्रीज करने के बाद, पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को पहली बार शिंदे गुट और भाजपा पर निशाना साधा।
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